देहरादून। कोतवाली थाना क्षेत्र में नकली चांदी बेच कर सुनार से 26 लाख रूपये मूल्य के सोने की ठगी की घटना का खुलासा करते हुए दून पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 4 आरोपी आगरा उत्तरप्रदेश के रहने वाले है। आरोपियों ने सुनार को असली चांदी बताकर 30 किलो वजन की नकली चांदी की सिल्ली बेच दी थी।
विशू लुथरा पुत्र गुलशन लुथरा ने लिखित तहरीर दी कि एक व्यक्ति ने फोन के माध्यम से उनसे सम्पर्क कर बताया कि वह अपनी पुरानी चाँदी की सिल्ली, जिसका वजन 30.432 किलो ग्राम है को बेचना चाहते हैं। उनकी बातो पर विश्वास करते हुए वादी ने उस व्यक्ति को अपनी दुकान पर बुलाया वह व्यक्ति रात्रि के समय उनकी दुकान पर आया। उन्हें अपनी पुरानी चाँदी दिखायी जो प्रथम दृष्टया असली प्रतीत हो रही थी। वादी ने उस व्यक्ति से उस दिन के रेट के अनुसार चाँदी की कीमत 26,70, 000 रूपये में चाँदी को खरीदने के लिये तैयार हो गया तथा उस व्यक्ति से उसकी आईडी लेते हुए उसे अवगत कराया गया कि वर्तमान में वादी के खाते में इतनी धनराशि नही है तथा वर्तमान में वह सिक्योरिटी के तौर पर चॉदी की कीमत का सोना उसे दे सकते है, तथा 2 दिन के अन्दर चॉदी की कीमत की धनराशि को उस व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करके सोना वापस ले लेंगे। जिस पर उस व्यक्ति ने हामी भरते हुए सिक्योरिटी के तौर पर 40 हजार रूपये वादी के खाते में डाले तथा चॉदी की कीमत का सोना, जिसक वजन 369.50 ग्राम था वादी से लेकर चला गया।
वादी ने चाँदी को जांच के लिए दिल्ली भेजा गया, तो चाँदी नकली निकली, वादी के प्रार्थना ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया।
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर ने मामले के खुलासे के लिए टीम का गठन किया। गठित टीम ने सीसीटीवी कैमरो तथा सर्विंलांस के माध्यम से ठगों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गयी। पुलिस के किये गये प्रयासो से घटना में उत्तरप्रदेश के गिरोह के शामिल होने की पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर तत्काल एक टीम को गैर प्रान्त उत्तर प्रदेश रवाना किया गया। टीम ने मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर आगरा की एसओजी टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही के दौरान चार आरोपियों विजय कुमार पुत्र मुन्नालाल, राहुल पुत्र हरगोविंद वर्मा,आकाश अग्रवाल उर्फ राजा पुत्र स्वर्गीय अशोक अग्रवाल व छत्रपाल पुत्र भगवान सिंह को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से घटना में ठगी कर प्राप्त किया गया सोना व घटना में इस्तेमाल फार्च्यूनर कार बरामद की गई।
आरोपियों से पूछताछ में उन्होंने बताया गया कि राहुल की आगरा में सुनार की दुकान है, जिसने आरोपियों को नकली चांदी की सिल्ली उपलब्ध करायी जाती है तथा छत्रपाल ने किसी भी घटना को अजांम देने के लिये जरूरी पैसो व वाहन की व्यवस्था की जाती है तथा आरोपी विजय तथा आकाश सुनारो से सम्पर्क कर उनकी दुकान में जाकर नकली चांदी को बेचने की डील करते है। दून में विजय तथा आकाश ने ही वादी से सम्पर्क किया गया तथा राहुल की उपलब्ध करायी गई नकली चांदी को बेचने के लिये छत्रपाल की फार्च्यूनर गाडी से देहरादून आये थे। पूछताछ में उन्होंने कई अन्य राज्यों में भी इसी प्रकार की घटनाओ को अजांम दिया जाना प्रकाश में आया है, जिसके सम्बंध में जानकारी की जा रही है।