उत्तराखंडक्राइमदेहरादून

रिलायंस ज्वेलर्स लूट मैं शामिल दो अभियुक्त दून पुलिस की गिरफ्त में

रिलायंस शो रूम में डकैती करने वाला गैंग घटना में पोर्टेबल सिग्नल जैमर का करता है इस्तेमाल

देहरादून। दून पुलिस जावेलरी लूट की घटनाओं में शामिल आरोपियों को फंडिंग करने वाले संदिग्ध शातिर और षड्यंत्र में शामिल सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस पूछताछ कर रही है। अन्य आरोपियों सहित कई दून पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस की अलग अलग टीमें मध्यप्रदेश, बिहार में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है।
रिलायंस शोरूम घटना में अब तक की जांच में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई है। कटनी तथा लातूर,सांगली में भी हुई इसी प्रकार की घटनाओं की जानकारी के लिए गई टीमों ने घटनाओं की जानकारी में पाया कि गैंग बेहद शातिराना तरीके से घटनाओं का अंजाम देते थे। वह घटना करने के दौरान पोटेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल किया जाता था, जिससे मौके पर कोई सेंसर ट्रिगर ना हो पाए और ना ही कोई फोन कॉल हो पाए। कटनी(मध्य प्रदेश)तथा सांगली (वेस्ट बंगाल)की घटनाओं में भी आरोपियों के पोर्टेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल किया जाना प्रकाश में आया है। इसके अतिरिक्त आरोपियों ने घटनाओं को करने के लिए या तो चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता था या फर्जी आईडी पर ओएलएक्स से गाड़ियां खरीद कर उन गाड़ियों से घटनाओं का अंजाम दिया जाता था। देहरादून में हुई घटना में आरोपियों ने चोरी की वाहनों का इस्तेमाल किया गया था जबकि लातूर व कटनी में आरोपियों ने ओएलएक्स के माध्यम से फर्जी आईडी पर गाड़ियां खरीदी गई थी। घटनाओं के दौरान आपस में संपर्क करने के लिए आरोपियों ने पश्चिम बंगाल तथा बिहार की फर्जी आईडी पर सिम ख़रीदे जाते थे, जिन्हें घटना करने के बाद नष्ट कर दिया जाता था।
बिहार के वैशाली में दून पुलिस को आरोपियों के ऑपरेशनल सीक्रेट हाईड आउट हाउस के बारे में जानकारी प्राप्त हुई जिसे गैंग ने हाईड आउट कण्ट्रोल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।
देहरादून घटना के शामिल आरोपियों को भी यही से कंट्रोल किया जा रहा था, घटना को अंजाम देने से पूर्व सभी इस स्थान पर एकत्रित हुए थे तथा यही से अपने टास्क के लिए रवाना होते थे। टास्क पूरा करने के उपरांत डकैत पुनः उसी पूर्व निर्धारित कंट्रोल हाईड आउट हाउस में ही मिलते थे तथा उसके बाद आगे की रणनीति तय करते थे।
पुलिस ने वैशाली में इस हाईड आउट हाउस में दबिश देकर देहरादून की घटना में शामिल आरोपियों के महत्वपूर्ण साक्ष्यों को बरामद किया गया है, इसी सीक्रेट हाइड आउट हाउस में टास्क देने के साथ-साथ गैंग के सदस्यों को हथियार, पैसे व गाड़ियों की जानकारी व सिमकार्ड और मोबाइल, कपड़े सभी सामान उपलब्ध कराया जाता था।
इसके अतिरिक्त किसी घटना के समय आरोपियों को की जाने वाली फंडिंग के संबंध में भी पुलिस टीम को काफी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं जिससे यह जानकारी प्राप्त हुई है की गैंग सरगना जेल के अंदर से ही डकैतों को घटना के दौरान पैसे ट्रांसफर करवाए जाते थे। देहरादून में घटित घटना से पूर्व भी घटना में शामिल आरोपियों के खातों में पैसों का ट्रांजैक्शन होना पाया गया है तथा आरोपियों ने हरिद्वार के गेस्ट हाउस में रुकने के दौरान जो कपड़े घटना के दौरान पहने गए थे वह कपड़े हरिद्वार से जाकर नजीबाबाद के एक स्टोर से खरीदे जाने की जानकारी मिली है। नजीबाबाद से भी पुलिस टीम को आरोपियों के विरुद्ध ठोस सबूत मिले है। साथ ही अंबाला में गिरफ्तार आरोपी रोहित जो वेस्ट बंगाल की घटना में शामिल आरोपियों को फंडिंग कर रहा था, वही कनेक्शन बिहार में दून पुलिस के गिरफ्तार आरोपी अमृत के मोबाइल से बरामद हुआ है, साथ ही विशाल कुमार को भी लॉजिस्टिक मुहैया कराने और घटना के साक्ष्य जैसे आरोपियों के घटना के दौरान पहने कपड़े, टोपी आदि के साथ षड्यंत्र में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया है। विशाल गैंग के सदस्यों को वर्चुअल फोन प्रोवाइड करवाता था जिससे गैंग के सदस्यों का लोकेशन ट्रेस करना काफी मुश्किल था।
8 नवंबर को यमुनानगर ज्वेलरी शॉप पर पांच बदमाशो ने हथियारों के बल पर शॉप लूटने की कोशिश की थी पर दुकान वालों की समझदारी से घटना करने में नाकाम रहे ,चार बदमाश भाग गए व एक बदमाश पवन को दुकानदारों ने हथियार सहित पड़कर पुलिस के हवाले किया, जिसने पूछताछ पर बताया की उनका गैंग दो माह पहले से यमुनानगर के पास मकान किराए पर लेकर रह रहा था
8 सितम्बर 23 को यमुनानगर में उन्होंने पूर्व से योजना के तहत घटना करने का प्रयास किया परंतु पकड़े गए, आरोपी 3 मोटरसाइकिल में आए थे व 4 बदमाश 2 मोटरसाइकिल लेकर भाग गए। गिरफ्तार पवन ने बताया की सुबोध गैंग के सक्रिय सदस्य ही देहरादून में घटना करने आये थे जिनके बारे में पूछताछ में अहम सुराग दून पुलिस को मिले है। अभी तक इस प्रकरण में बिहार में दून पुलिस ने दो लोग को गिरफ्तार किया गया है जिनका ट्रांजिट रिमांड न्यायालय से लिया जायेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button