10 वर्षों में भारत की इकोनामी दो ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 4 ट्रिलियन डॉलर हो गई
देहरादून। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज का शक्तिशाली भारत विश्व के पटल का चमकता सितारा है, जिसके प्रकाश पुंज से चहुं दिशाएं जगमग हैं। पर्यावरण से लेकर आर्थिक मोर्चा हो या शांति स्थापित करने के प्रयास हों, सभी जगह भारत दुनिया का नेतृत्व करता दिखाई देता है और यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से संभव हो पाया है।
एफआरआई में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के समापन सत्र को संबोधित करते हुए करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास के नए आयाम स्थापित करता जा रहा है। आज भारत दुनिया में आर्थिक विकास का इंजन बनकर उभरा है। पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है। दिल्ली में हुए जी 20 सम्मेलन की सफलता और दिल्ली डिक्लेरेशन इस ओर बखूबी करता है कि विश्व के सभी देशों को एकजुट रखने में भारत पूर्ण रूप से सफल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य है कि भारत 2047 तक एक विकसित देश बने। शाह ने कहा कि पर्यावरण हो या फिर शांति की बात भारत सभी देशों को एक मंच पर लाने में कामयाब हुआ है।
शाह ने कहा कि भारत की विकास दर जिस तेजी से आगे बढ़ रही है, उससे वर्ष 2025 तक भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी बन जाएगा। यही नहीं बहुत जल्द ही भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। इसके लिए मोदी सरकार पूरा रोड मैप तैयार कर चुकी है, जिस पर बखूबी अमल किया जा रहा है और उसके सुखद परिणाम सबके सामने है। विगत 10 वर्षों में भारत की इकोनामी दो ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 4 ट्रिलियन डॉलर हो गई है और यह इस ओर इशारा करता है कि हम सही दिशा में सही कदम और गति के साथ अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में 13.5 करोड लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकला गया है। उनका जीवन स्तर बेहतर हुआ है और वह देश की उन्नति में अपना योगदान बखूबी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने उत्तराखंड बनाया और मोदी जी उत्तराखंड को संवार रहे हैं। इसमें प्रदेश सरकार का भी अहम योगदान है। समिट में साढे तीन लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आना प्रदेश सरकार के अथक परिश्रम और कामयाबी का द्योतक है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक पर्वतीय राज्य है और ऐसे में इको फ्रेंडली तरीके से उद्योगों के साथ जुड़ना अभूतपूर्व होगा, जो पूरे विश्व के लिए किसी शुभ संकेत से काम नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि मजबूत इरादों से हौसलों को नई उड़ान मिलती है और इससे सुख समृद्धि के नए द्वार खुलते हैं। प्रदेश सरकार स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का सराहनीय प्रयास कर रही है। इससे राज्य व यहां के लोगों का जीवन स्तर पूरी तरह से बदल जाएगा। उत्तराखंड ऐसे काफी उत्पाद पैदा करता है, जो यहां अगर अगर व्यापार का जरिया बने तो तो लोगों का जीवन स्तर और भी बेहतर हो सकता है। ऐसे में धामी सरकार के प्रयास सराहनीय हैं।
उत्तराखण्ड में देवीय शक्ति भी और डेवलेपमेंट भीः केन्द्रीय गृह मंत्री
देहरादून। शनिवार को ग्लोबल समिट के समापन के अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह शिकरत की। वे मंच पर पहुंचे और समारोह के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज समारोह का समापन नहीं शुभारंभ है। गृहमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ही एक ही स्थान है, जहां देवीय शक्ति भी है और डेवलेपमेंट भी है। और मुख्यमंत्री धामी ने इसके साथ परफार्मेंस भी जोड़ दी। गृहमंत्री अमित शाह ने सिलक्यारा सुरंग में फंसीं 41 जानें बचाने का श्रेय सीएम धामी को दिया। उन्होंने कहा कि लगातार भले ही हम मामले की मॉनिटिरिंग कर रहे थे, लेकिन असल में इसका श्रेय सीएम धामी को जाता है। पूरे देश की नजर इस मामले पर थी। और धामी सरकार ने जिस तरह से इस मामले का हल निकाला वह सभी ने देखा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गृहमंत्री के देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर जीटीसी हैलीपेड पर स्वागत किया।निवेशक सम्मेलन में निवेशकों के अलावा कवि, लेखक व गीतकार प्रसून जोशी, पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष चिदानंद मुनि व अलग-अलग क्षेत्रों की मशहूर हस्तियां भी गवाह बनीं। सम्मेलन में प्रदेश सरकार के सात मंत्रियों के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, विजय बहुगुणा, तीरथ सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी, अल्मोड़ा के सांसद अजय टम्टा, पार्टी के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, पार्टी विधायक खजानदास, विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चैहान, सहदेव पुंडीर, पार्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चैहान, प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी समेत कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
सोशल मीडिया पर भी छायी उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट
देहरादून। प्रदेश की राजधानी देहरादून में शुक्रवार से शुरु हुई उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की धूम वैश्विक व्यापारिक गलियारों के साथ ही सोशल मीडिया पर भी छायी रही। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखण्ड पहुंचते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट नंम्बर एक पर ट्रेंड करने लगा। इसके साथ ही डेस्टीनेशन उत्तराखण्ड भी ट्रेंडिंग लिस्ट में शामिल रहा। खास बात यह है कि इन हैशटैग की ट्रेंडिंग 12 घंटों तक लगातार बनी रही।
उत्तराखण्ड के साथ ही देश की बड़ी हस्तियों व उद्योग समूहों से जुड़े प्रतिनिधियों ने भी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मस पर इस इन्वेस्टर्स समिट के पक्ष में अपनी सहभागिता दर्ज करते हुए ट्रेंड को अपना समर्थन दिया।
देहरादून में आयोजित इस निवेशक सम्मेलन में देश के साथ विदेशी उद्योग समूहों के प्रतिष्ठित व्यवसायियों ने अपनी प्रतिभागिता दर्ज की। उत्तराखण्ड में इतने बड़े स्तर पर पहली बार सीएम धामी के नेतृत्व में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है जो और भी खास तब बन गया जब समिट के पहले दिन ही ₹44 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट एमओयू की ग्राउंडिंग हो गई। निवेश के माध्यम से उत्तराखण्ड के विकास को जो नई गति मिलने की उम्मीद है उसमें इन्वेस्टर्स समिट पहले दिन खरा उतरा है।
पर्यटन के क्षेत्र में 33 हजार करोड़ रुपए के 122 एमओयू हुए साइन
देहरादून। उत्तराखंड राज्य की सुंदर संरचना के चलते प्रदेश के पर्यटन सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं। यही वजह है कि राज्य सरकार पर्यटन के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे रही है। पर्यटन के जरिए प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के साथ ही प्रदेश की आर्थिकी को बढ़ाया जा सकता है। लिहाजा डेस्टिनेशन उत्तराखंड, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए सरकार प्रदेश के पर्यटन सेक्टर में भी निवेशकों को बढ़-चढ़कर निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस समिट के जरिए पर्यटन सेक्टर में अच्छा निवेश आता दिख रहा है।
आज उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का दूसरा दिन है। अब तक पर्यटन सेक्टर में करीब 33 हजार करोड़ रुपए के 122 एमओयू पर साइन किए गए हैं। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि निवेशकों का अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है। अभी तक पर्यटन के क्षेत्र में 122 कंपनियों ने करीब 33 हजार करोड़ रुपए के प्रस्तावों पर एमओयू साइन किए हैं। उम्मीद है कि यह आंकड़ा और अधिक बढ़ेगा। साथ ही कहा कि सेक्टोरल सेशन के दौरान सरकार ने निवेशकों के सामने अपने विचार रखे हैं कि पर्यटन के क्षेत्र में क्या क्या डेवलप किए जाएगा। महाराज ने कहा कि एनिमल किंगडम, स्टार्गेजिंग के साथ ही केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की जानकारी दी गई है।
वेडिंग डेस्टिनेशन को लेकर महाराज उत्साहित
देहरादून। इसके अलावा, निवेशकों को जानकारी दी गई है कि इस चारधाम यात्रा के दौरान 56 लाख श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे हैं। ऐसे में पर्यटन के क्षेत्र में कितनी संभावनाएं प्रदेश में छिपी हुई हैं। साथ ही कहा कि वेडिंग डेस्टिनेशन के क्षेत्र में भी अपर संभावनाएं हैं। त्रिजुगी नारायण मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह उत्तराखंड में ही हुआ था। इसके साथ ही नरेंद्रनगर, रामनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार समेत तमाम क्षेत्रों में भी वेडिंग डेस्टिनेशन की अपर संभावनाएं हैं, जिसका लोगों को फायदा होगा।
मंत्री सतपाल ने पर्यटन बढ़ाने के उपाय बताए
देहरादून। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सिविल एविएशन के क्षेत्र में नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट और हेलीपेड्स बनाए जायेंगे। पूरे उत्तराखंड के अंदर हेलीपैड की कनेक्टिविटी होनी चाहिए, उसके लिए कैबिनेट मीटिंग में प्रस्ताव पास किए गए हैं। लिहाजा, हेलीपैड बनेंगे जिससे कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इसके अलावा रेल कनेक्टिविटी को लेकर भी बड़े काम हुए हैं। वर्तमान समय में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन लगभग बनकर तैयार हो गया है। ऐसे में जब पहाड़ पर रेल चढ़ेगी तो पर्यटन भी बढ़ेगा।
शनिवार शाम को गंगा आरती मे भाग लेंगे गृहमंत्री
देहरादून। परमार्थ निकेतन में गृहमंत्री अमित शाह के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसएसपी पौड़ी, टिहरी व एसपी चमोली ने पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को ब्रीफ किया। शनिवार शाम गृहमंत्री अमित शाह का परमार्थ निकेतन की आरती में शामिल होने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। अमित शाह का हेलिकॉप्टर वेद निकेतन के समीप हेलीपैड पर पर लैंड करेगा। यहां से वह कार से परमार्थ निकेतन पहुंचेंगे। इस दौरान पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी।