तिरुपति बालाजी की घटना से केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज में आक्रोश
तीर्थ पुरोहित समाज ने केदारनाथ धाम पहुंच रहे प्रसाद पर जताया संदेह
तिरुपति बालाजी की घटना से केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज में आक्रोश
तीर्थ पुरोहित समाज ने केदारनाथ धाम पहुंच रहे प्रसाद पर जताया संदेह
बाबा के धाम पहुंचन बाले प्रसाद की भी होनी चाहिए जाँच
केदारनाथ में पुनः आपदा को निमंत्रण ना दें: पोस्ती
रुद्रप्रयाग। तिरुपति बालाजी की घटना से केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज में आक्रोश पनप गया है। तीर्थ पुरोहित समाज ने केदारनाथ धाम पहुंच रहे प्रसाद पर भी सन्देह जताते हुए प्रसाद की जाँच की मांग की है। तीर्थ पुरोहित समाज ने कहा कि यदि बाबा के धाम में हुआ तोे 2013 से बड़ी आपदा देखने को मिल सकती है। इसलिए समय रहते सरकार को इस मामले में ठोस कदम उठाने की जरुरत है।
हाल ही में विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलने वाले लड्डूओं को लेकर लैब रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें खुलासा हुआ है कि भक्तों को दिए जा रहे लड्डूओं में गोमांस की चर्बी, मछली का तेल और ताड़ के तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है। तिरुपति के लड्डू को तिरुपति के प्रसिद्ध वेंकटेश्वर मंदिर में बांटा जाता है। केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि धाम में लींेची दाना, मखाने ओर सूखे मैवे का प्रसाद मिलता है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित उमेश पोस्ती ने कहा कि तिरुपति बालाजी की घटना निंदनीय है। बाबा के धाम पहुंच रहा प्रसाद भी शहरों से आ रहा है। ऐसे में इस प्रसाद की भी जाँच होनी चाहिए। उन्होने कहा यदि कभी केदारनाथ में ऐसे मांस वाली घटना सामने आई तो 2013 से बड़ी आपदा आ सकती है। वही मौसम खुलते ही केदारनाथ धाम में इन दिनों तीर्थ यात्रियों की संख्या बढने लगी है, अब तक 11 लाख 56 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों बाबा के दर्शन कर चुके है।