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सुरंग से निकाले गए श्रमिकों से सुबह पीएम मोदी ने की बात

सुरक्षित बाहर निकले पर श्रमिकों को दी बधाई

पीएम ने कहा कि मेरे पीएमओ के अधिकारी भी वहां बैठे थे।

देहरादून। सिल्क्यारा सुरंग से 17 दिन बाद निकाले गए श्रमिको से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह फोन पर बात की। एक बचाए गए शख्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि 41 मजदूरों ने सुबह की सैर और योग का अभ्यास करके अपना उत्साह बनाए रखा। एक अन्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बचाव टीमों की सराहना की। उनमें से एक ने कहा कि उन्हें चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि जब सरकार विदेशों में भारतीयों को बचा सकती है, तो हम देश के भीतर ही थे।
मंगलवार देर रात बचाए गए मजदूरों के साथ अपनी फोन पर बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि इतने दिनों तक खतरे में रहने के बाद सुरक्षित बाहर आने पर मैं आपको बधाई देता हूं। यह मेरे लिए खुशी की बात है। मैं इसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। ईश्वर की कृपा है कि आप सभी सुरक्षित हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बातचीत के एक वीडियो के अनुसार, मोदी ने बचाए गए लोगों से कहा कि 17 दिन का कम समय नहीं है। आप सभी ने बहुत साहस दिखाया और एक-दूसरे को प्रोत्साहित किया। पीएम मोदी ने कहा कि वह ऑपरेशन के बारे में जानकारी लेते रहते थे और लगातार मुख्यमंत्री के संपर्क में थे।
पीएम ने कहा कि मेरे पीएमओ के अधिकारी भी वहां बैठे थे। लेकिन सिर्फ सूचना मिलने से चिंता कम नहीं होती। इस दौरान बिहार के रहने वाले युवा इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के सबा अहमद ने प्रधान मंत्री को बताया कि वो कई दिनों तक सुरंग में फंसे रहे, लेकिन उन्हें कोई डर या घबराहट महसूस नहीं हुई।

उत्तरकाशी टनल से मजदूरों के रेस्क्यू की खुशी में सीएम धामी आज मनाएंगे बूढ़ी दीपावली
देहरादून। उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन कंप्लीट होने के बाद धामी सरकार ने राहत की सांस ली। वहीं इस खुशी में आज 29 नंवबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड का लोकपर्व बूढ़ी दीपावली मनाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि जब तक सिलक्यारा टनल में फंसे सारे 41 मजदूर बाहर नहीं आ जाते हैं, वो बूढ़ी दीपावली नहीं मनाएंगे।
उत्तराखंड में बीती 23 नवंबर को लोकपर्व बूढ़ी दीपावली जिसे इगास और बग्वाल भी कहते मनाई गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कर दिया था कि इस बार बूढ़ी दीपावली पर कोई भी सरकारी कार्यक्रम नहीं किया जाएगा, क्योंकि 41 मजदूर टनल के अंदर फंसे हुए हैं।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि 41 मजदूरों के बाहर आने के बाद ही वो बूढ़ी दीपावली मनाएंगे। वहीं मंगवलार 28 नवंबर को जब सभी 41 मजदूर टनल से सुरक्षित बाहर आ गए तो मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि वो आज 29 नवंबर को बूढ़ी दीपावली मनाएंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ से रखे गए बूढ़ी दीपावली के कार्यक्रम में सभी मंत्री, विधायक और गणमान्य लोग शामिल होंगे।

टनल हादसाः कांग्रेस ने कंपनी की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
रेस्क्यू  टीम का किया शुक्रिया अदा
देहरादून। उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे 41 श्रमिकों के सफर रेस्क्यू पर जहां एक ओर पूरा देश खुशियां मना रहा है तो वहीं उत्तराखण्ड में विपक्षी कांग्रेस रेस्क्यू ऑपरेशन पर सवाल उठा रहे हैं।  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि स्थानीय प्रशासन, केंद्रीय एजेंसियों और नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के बीच समन्वय की कमी के कारण बचाव अभियान में लंबा समय लगा। करन माहरा ने कहा कि सरकार ने बहुत विलंब से सही रणनीति पर काम किया और सफलता मिली।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया कि सुरंग की डीपीआर भी प्राइवेट कंपनी से बनवाई गई। डीपीआर का निरीक्षण भी प्राइवेट कंपनी से कराया गया। घटना के 17 दिन बाद भी किसी की जिम्मेदारी तय न होना आश्चर्यजनक है। अभी तक इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज होकर गिरफ्तारी होनी चाहिए थी।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने एजेंसियों को सराहा नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सिलक्यारा सुरंग से सभी श्रमिकों के बाहर निकलने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग, भारतीय सेना, एयरफोर्स समेत विभिन्न एजेंसिंयों के कार्य को सराहा और उनका धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि बाबा बौखनाग की कृपा से यह कार्य आसान हो गया।

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