उत्तराखंडत्यौहारदेहरादून

सिद्धपीठों में शारदीय नवरात्रों का पूर्णाहुति के साथ समापन

भक्तों ने मांगा सुख समृद्धि का आशीर्वाद

 

सिद्धपीठों में शारदीय नवरात्रों का पूर्णाहुति के साथ समापन
भक्तों ने मांगा सुख समृद्धि का आशीर्वाद
भक्तों ने मां से मनौतियों के साथ ही सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया
देहरादून। सिद्धपीठों में नौ दिनों से चल रहे शारदीय नवरात्रों का पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया है. इस अवसर पर मंदिरों में पहुंचे भक्तों को जौ से तैयार हरियाली को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। नवमी पर्व पर मंदिरों में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ दिनभर उमड़ी रही।
जिले के प्रसिद्ध सिद्धपीठ कालीमठ, कालीशिला, हरियाली देवी एवं मठियाणाखाल मंदिरों में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों का पूजन कार्यक्रम किया गया। नवमी पर्व के अवसर पर मां के दर्शनों को पहुंचे भक्तों ने मां से मनौतियों के साथ ही सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर मंदिरों में कीर्तन भजनों के साथ ही मां के जागरों का आयोजन भी किया गया, मंदिरों में पूजा अर्चना, हवन के साथ आरती की गई। प्रथम दिन मंदिरों में बोई गई जौ की हरियाली को भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। इसके अलावा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे नवरात्रों का भी पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया है।

काली के पूजा में उमड़ती है भारी भीड़
रुद्रप्रयाग। जनपद के कालीशिला नामक स्थान पर मां काली ने कन्या रूप में रक्तबीज नामक दैत्य का वध किया था। कालीशीला पत्थर में मां काली के पुंज और 64 यंत्र विराजमान है। नवमी के पावन पर्व पर कालीशिला और कालीमठ में सैकडों की संख्या में भक्तो पुण्य अर्जित किया।

केदारनाथ में विश्व कल्याण के लिए किया हवन
रुद्रप्रयाग। विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में नवरात्रों के समापन के अवसर पर तीर्थ पुरोहित, व्यापारियों एवं श्रद्धालुओ ने विश्व कल्याण ओर शान्ति के हवन किया। भक्तों ने माता रानी और बाबा के जयकारों के साथ प्रसाद ग्रहण कर विश्व कल्याण की कामना की। इस मौके पर केदारसभा सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, संतोष त्रिवेदी, अजय पुरोहित एवं उमेश पोस्ती सहित सैकडो भक्तजन मौजूद थे।


सीएम धामी ने पत्नी संग किया कन्या पूजन
देहरादून। शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर माता दुर्गा के आखिरी स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की गई। नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा करने का विधान होता है और महा अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन करते हुए मां की विदाई होती है। शुक्रवार को घरों और मंदिरों में कन्यापूजन किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शासकीय आवास पर शारदीय नवरात्र के नवम् दिवस पर अष्ट सिद्धियों की दात्री मां सिद्धिदात्री की आराधना कर लोक कल्याण के लिए प्रार्थना की। साथ ही सम्पूर्ण विधि-विधान से देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आदिशक्ति मां भगवती सभी प्रदेशवासियों का कल्याण करें और उन्हें सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें, ऐसी कामना करता हूं।इस बार शारदीय नवरात्रि पर दो तिथियां एक ही दिन पड़ने की वजह से अष्टमी और नवमी तिथि को लेकर भ्रम की स्थिति थी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button