देहरादून। सिलक्यारा टनल में फंसे लोगों के लिए देशभर में दुवाएं की जा रही हैं। इस बीच उत्तराखंड से लेकर केंद्र सरकार तक मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू में जुटी हैं। लेकिन इसी जद्दोजहद के बीच उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री और उत्तरकाशी के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के एक बयान ने इस मामले पर सियासी उबाल ला दिया है। खास बात ये है कि विपक्षी दल कांग्रेस ने इसी बहाने मंत्री के साथ केंद्र सरकार को भी आड़े हाथ लिया है।
सिल्कियारा टनल में वर्टिकल ड्रिलिंग के जरिए 41 मजदूरों को निकालने की कोशिश हो रही हैं। भारत सरकार से लेकर विदेश के एक्सपर्ट भी उत्तरकाशी में पहुंचकर इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस पूरे मामले को लेकर फिलहाल राजनीतिक दल भी राजनीति करने से बच रहे हैं, लेकिन इसी बीच उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री और उत्तरकाशी के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जो विपक्षी दल के नेताओं को नागवार गुजर रहा है। दरअसल, प्रेमचंद अग्रवाल ने बयान दिया है कि उनके द्वारा मजदूरों से बात की गई तो उन्होंने उत्तराखंड सरकार के काम को लेकर संतोष जताया है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार तो काम कर रही है, लेकिन उनके राज्य बिहार और पश्चिम बंगाल की सरकार ने उनकी कोई सुध नहीं ली है। प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उत्तराखंड और केंद्र सरकार के कामों को यह लोग सराह रहे हैं।प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान पर सियासत गर्म हो गई। प्रेमचंद अग्रवाल के बयान के बाद फौरन कांग्रेस ने उन्हें आड़े हाथों ले लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सूर्यकांत धस्माना ने भी कुछ कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए प्रेमचंद अग्रवाल पर हमलावर रुख अपनाया।
उन्होंने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल हमेशा से ही निम्न स्तर की बातें करते हैं और इस मामले में भी सियासत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी जाकर इस मामले को देख रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके मंत्री का ऐसा घटिया बयान उनकी साख को भी बट्टा लगा रहा है। सूर्यकांत धस्माना ने इस पर आगे बोलते हुए कहा कि टनल में एस्केप पास क्यों नहीं बनाए गए।अब तक कंपनी पर मुकदमा क्यों दर्ज नहीं किया गया इसका जवाब अब तक नहीं दिया गया।सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री हैं। लेकिन वह 10 दिनों तक इस मामले में गायब रहे और इसके बाद जाकर उन्हें उत्तरकाशी में टनल में फंसे लोगों की याद आई।