
सम्पत्ति के बढ़े मुल्य देख बिगड़ी नियत
देहरादून। मंदीप सन्धू व उसकी पत्नी संगीता सन्धू ने गनियाल गांव में 90 बीघा जमीन बचेने के नाम पर राजेश नेगी ने तीन करोड़ 25 लाख रूपये ठग लिए, जिसकी शिकायत पर राजपुर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। राजेश नेगी ने पती व पत्नी पर आरोप लगाया है कि उनसे पैसे लेकर जमीन किसी अन्य को बेच दी है और मुझे रजिस्ट्री करने के लिए दोनो पति प पत्नी तैयार नही है।
राजेश नेगी ने बताया कि मंदीप सन्धू पुत्र एसएस सन्धू व संगीता सन्धू पत्नी मंदीप सन्धू ने उन्हें गुनियाल गांव अपनी 90 बीघा भूमि दिखाई। भूमि पसन्द आ गयी। उन्होंने 90 बीघा भूमि को क्रय करने का सौदा मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू से कर लिया। सौदा पक्का हो जाने पर उनकों बताया कि भूमि दिल्ली उच्च न्यायालय से नीलामी में मंदीप संधु व संगीता संधुकी कम्पनी मैसर्स डायना यूरो कैम प्रा.लि. के नाम पर क्रय की हुई है तथा भूमि से सम्बन्धित कुछ प्रपत्र जिसमें भूमि का सेल सर्टिफिकेट व उत्तराखण्ड शासन से भूमि क्रय की अनुमति अभी प्राप्त होनी शेष है जिसके लिए उन्होंने आवेदन किया हुआ है। मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू ने अपनी मीठी बातों से प्रार्थी को प्रभावित कर लिया। उन पर विश्वास करते हुए उनकी भूमि क्रय करन के लिए तैयार हो गये और भूमि का अनुबन्ध पत्र लाने के लिए कहा। अनुबन्ध में यह शर्त भी डालने को कहा कि आरोपियों को भूमि को क्रय करने की अनुमति उत्तराखण्ड शासन से प्राप्त की जायेगी व भूमि का सेल सर्टिफिकेट उच्च न्यायालय दिल्ली से कराकर दिया जायेगा। अनुबन्ध पत्र को स्वीकार कर मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू व उसकी कम्पनी के नाम पर तीन करोड़ पच्चीस लाख रूपये की धनराशि बैंक चैक से अदा की गई। विक्रय अनुबन्ध पत्र अंकित हो जाने के पश्चात जब ने भूमि की सफाई व नपाई आदि कराने के लिए स्थल पर मजदूरों व सुपरवाईजर को छोड़ा तो पता चला कि इस भूमि में काफी हिस्सा ग्राम सभा गुनियाल गांव की भूमि का है, जिसको कि मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू ने अवैध रूप से कब्जा किया हुआ था। जिस पर आरोपियो ने कहा कि ग्राम सभा के पदाधिकारियों से बातचीत चल रही है, हम जल्दी ही ग्राम सभा की भूमि का तबादला करा देंगे। काफी समय बीतता गया एवं कई बार कहने के बावजूद मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू ने भूमि के कागज पूर्ण कराने के लिए कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। वर्ष 2020 के अंत में उत्तराखण्ड सरकार ने इस भूमि से लगती हुई भूमि जो कि ग्राम गुनियाल गांव में ही है व मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू की भूमि के बीच में ही पड़ती है, पर सैन्य धाम बनाने की योजना स्वीकृत की गई, क्षेत्र में हलचल हो गई एवं मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू को सम्भवतः शासन व प्रशासन से ऐसे संकेत मिले जिससे उन्हें लगा कि उनकी भूमि पर लम्बित ग्राम सभा व अन्य विवाद समाप्त हो जायेगा, जिस पर आरोपियों से पुनः बातचीत शुरू कर दी व से धन की मांग की। 5 जुलाई 2021 को मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू ने भूमि का सेल सर्टिफिकेट भी उच्च न्यायालय दिल्ली के परिसमापक से अपनी कम्पनी के नाम पर अंकित व पंजीकृत करा लिया व उसकी प्रति पीड़ित को दी तथा भूमि का विक्रय पत्र कराने के लिए प्रार्थी को कहा, जिस पर शिकायतकर्ता ने मंदीप सन्धू व संगीता सन्धू को और धनराशि अदा कर माह नवम्बर 2022 में अपने प्रतिनिधियों के नाम पर तीन विभिन्न विक्रय पत्र अंकित करा लिये तथा शेष भूमि का विक्रय पत्र भी अपने नाम पर कराने के लिए तैयार हो गये एवं शेष भूमि को क्रय करने के लिए स्टाम्प पेपर भी क्रय कर लिये लेकिन काफी कहने पर भी शेष भूमि का विकय पत्र प्रार्थी के पक्ष में अंकित नहीं किया और कहा कि पहले हम ग्राम सभा का प्रकरण निपटा लेते हैं शेष विक्रय पत्र उसके बाद अंकित कर दिये जायेंगे लेकिन बार-बार कहने के बावजूद भी आरोपी विक्रय पत्र अंकित करने के लिए तैयार नही है।