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भूमाफियाओं का षडयंत्र हुआ कामयाब कई फर्जीवाड़े की जांच कर रहे चौकी प्रभारी को फंसाया 

भूमाफियाओं का षडयंत्र हुआ कामयाब कई फर्जीवाड़े की जांच कर चौकी प्रभारी को फंसाया 

सभी भूमाफिया आदतन अपराधी व गैंगस्टर 

देहरादून। कारगी बंजारावाला की एक भूमि मै असली मालिक फंदालाल के स्थान पर फर्जी फंदालाल खड़ा कर रजिस्ट्रियां कराने का एक मामला सामने आया है। जिसकी जांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने चौकी प्रभारी देवेश खुगसाल को सौंपी गई थी वादी निवासी ब्राह्मणवाला जावेद ने बताया कि उसने कुछ वर्ष पूर्व मै मुकर्रम एवं नईम खान से मुलाकात हुई जिन्होंने कहा कि हमारे पास एक भूमि खसरा नंबर 1076 च रकबा 1000 वर्ग मीटर स्थित मौजा बंजारावाला माफी देहरादून मै है जिसका मुख्तरेआम हमने अपने विश्वासपात्र पवन दीप पुत्र स्व रिशाल सिंह निवासी 87 माजरा पोस्ट ऑफिस वाली गली देहरादून को करा रखा है हमे पेसो की आवश्यकता है हम आपको थोड़ा रेट कम कर देंगे जिसपर वादी ने उनकी बातों मै आकर लगभग 28 लाख रुपए देकर रकबा 485 वर्ग मीटर लगभग की रजिस्ट्री करा ली वादी जब मौके पर कब्ज़ा लेने के लिए पहुंचा तो मौके पर किसी अन्य व्यक्ति का कब्जा पाया गया वादी ने जब मुकर्रम एवं नईम खान से से संपर्क किया तो उन्होंने बहाने बनाकर उसको टालना शुरू कर दिया वादी ने जब बारीकी से इनके बारे में पूछताछ की तो पता चला कि ये रजिस्ट्री ही फ्रॉड है जिस मालिक स्वामी फंदालाल से पावर ऑफ अटॉर्नी पवन दीप को हुई है वह फर्जी है असली फंदालाल ये नहीं है पता चला कि भूमाफियाओं ने एक रजिस्ट्री रकबा 485 वर्ग मीटर की हिमांशु डंगवाल पुत्र राजेंद्र डंगवाल को भी कर रखी है। भूमाफियाओं की भूख अभी शांत नहीं हुई उन्होंने फर्जी फंदा लाल से एक पावर ऑफ अटॉर्नी अनवार हुसैन को करा दी अनवार हुसैन ने एक रजिस्ट्री 110 वर्ग मीटर की इजहार हुसैन पुत्र इकबाल को कराकर ठगी की गई जांच के आधार पर पवन शर्मा को बयान के लिए बुलाया गया जिसमें अपने बयान मै भूमाफिया नईम खान व मुकर्रम अन्य के खिलाफ पूरे दस्तावेज दे दिए वही खुलासा ये भी हुआ कि राजपुर रोड़ स्थित एक भूमि खसरा नंबर 11 च के मालिक दिगेंद्र सिंह के स्थान पर गिरोह ने एक फर्जी दिगेंद्र बनकर एक पावर ऑफ अटॉर्नी विजय शर्मा के नाम पर बनवाई वही साईं मंदिर की एक भूमि खसरा नंबर 717 मै असली मालिक बलवंत सिंह उसके भाई हरिराज के स्थान पर फर्जी आधार कार्ड बनवाकर नकली मालिक बनाया गया और फर्जी मालिकों द्वारा दीपक अग्रवाल को पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई पावर ऑफ अटॉर्नी से दिल्ली निवासी रहने वाले अशोक गुप्ता व श्याम सुंदर नागपाल को रजिस्ट्रियां कर करोड़ों रुपए लिए वही एक धोखाधड़ी के मामले में नईम खान ने डी के शर्मा से 28 लाख की ठगी की जिसमें जांच के बाद थाना सेलाकुई मै मुकदमा दर्ज हुआ सभी मामलों अपने गिरोह को घिरता देख नईम खान फरार हो गया और पुलिस को दबाव में लेने के लिए एक झूठी शिकायत अपने गिरोह के सदस्यों से कराकर जांच अधिकारी चौकी प्रभारी देवेश खुगसाल को एक षड्यंत्र के तहत फंसा दिया।

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