
कांग्रेस छोड़ते ही मथुरा दत्त जोशी ने ज्वाइन की बीजेपी
मुख्यमंत्री धामी व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने दिलाई सदस्यता
पत्नी को मेयर पद के लिए टिकट ने देने से थे नाराज
देहरादून। निकाय चुनाव के पहले उत्तराखंड कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने बीजेपी ज्वाइन की है। ये तीनों ही नेता कुमाऊं मंडल के हैं। इन तीनों नेताओं के बीजेपी में शामिल होने से हरीश रावत की साख को भी बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस नेता हरीश रावत कुमाऊं से ही आते हैं। उत्तराखंड में कांग्रेस संगठन का दारोमदार हरीश रावत के कंधों पर ही है। हरीश रावत की उत्तराखंड कांग्रेस में एक सर्वमान्य नेता हैं। ऐसे में उन्ही के इलाके से बड़े कांग्रेसी नेताओं का बीजेपी में शामिल होना हरीश रावत के लिए भी काफी बुरी खबर है।
मथुरा दत्त जोशी की गिनती कांग्रेस के सीनियर नेताओं में होती थी। वे कांग्रेस के कुशल प्रवक्ता थे। साथ ही मथुरा दत्त जोशी एक कुशल राजनेता थे। उन्होंने निकाय चुनाव में पिथौरागढ़ से अपनी पत्नी के लिए मेयर का टिकट मांगा था। उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस इतने सालों की सेवा का फल टिकट के रूप में उन्हें देगी, मगर ऐसा नहीं हुआ।
दिलाना चाहते थे, लेकिन सभी के टिकट पर हस्ताक्षर करने वाले मथुरा दत्त जोशी को ही पार्टी ने निराश कर दिया है। अब मथुरा दत्त जोशी ने पार्टी के तमाम बड़े नेताओं के खिलाफ आवाज उठाई है। कांग्रेस सगंठन ने मथुरा दत्त जोशी की मांग को दरकिनार करते हुए किसी और को टिकट दिया। जिसके बाद मथुरा दत्त जोशी बागी हो गये। उन्होंने पार्टी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाये। जिसके बाद आज मथुरा दत्त जोशी ने सीएम धामी की मौजूदगी में बीजेपी ज्वाइन की।
हरीश रावत के करीबी बिट्टू कर्नाटक ने भी दिया झटका
देहरादून। कुमाऊं मंडल के ही एक और बड़े नेता बिट्टू कर्नाटक ने भी हाल में कांग्रेस से इस्तीफा दिया।बिट्टू कर्नाटक अल्मोड़ा से मेयर का टिकट चाहते थे। टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। बिट्टू कर्नाटक, कांग्रेस नेता हरीश रावत के करीबी माने जाते हैं। उनके इस्तीफे के बाद अल्मोड़ा में कांग्रेस कमजोर हो गई है। कांग्रेस से इस्तीफे के बाद बिट्टू कर्नाटक ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाये। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की कार्य प्रणाली और टिकट बंटवारे पर असंतोष जाहिर किया। बिट्टू कर्नाटक ने कहा वे कई सालों से कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं। वे एक समर्पित कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे थे, मगर पार्टी ने निकाय चुनाव में उनकी अनदेखी की है। जिसके कारण वे कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आज बिट्टू कर्नाटक ने बीजेपी ज्वाइन की है। इसके अलावा कांग्रेस नेता जगत सिंह खाती ने भी निकाय चुनाव से पहले बीजेपी ज्वाइन की है। जगत सिंह खाती बेरीनाग से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रह चुके हैं। जगत सिंह खाती के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ।
मथुरा दत्त जोशी को पार्टी ने दिया बहुत सम्मानः करन माहरा
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी टिकट बंटवारे से नाराज हैं। नगर निगम पिथौरागढ़ में मेयर पद के लिए उन्होने अपनी पत्नी रुक्मणी जोशी की दावेदारी की थी लेकिन कांग्रेस पार्टी ने टिकट अंजू लुंठी को दिया है। जिसके बाद वो खुले मंच पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, साथ ही पार्टी के पदों से इस्तीफा देने की बात कह रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी की नाराजगी पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें पार्टी ने हमेशा सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि मथुरा दत्त जोशी वरिष्ठ नेता हैं और उनका यह कहना कि पार्टी ने मुझे कुछ नहीं दिया, सही नहीं है। क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने उनकी पत्नी को जिला पंचायत सदस्य बनाया, वर्तमान में मथुरा जोशी पार्टी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष के अलावा प्रशासनिक कार्यभार भी देख रहे हैं। करन माहरा ने कहा कि पार्टी में अध्यक्ष के बाद यही सबसे बड़ा पद माना जाता है।
इसके बावजूद उनका यह कहना की पार्टी उन्हें सम्मान नहीं दे रही है तो यह बड़े दुख की बात है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से टिकट के फैसले के बाद इस तरह की बात करना समझ में नहीं आ रहा है। करन माहरा ने कहा कि मथुरा दत्त जोशी हमारे वरिष्ठ हैं और सब उनका सम्मान करते हैं। लेकिन जिसको पिथौरागढ़ से पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है, उसी अंजू लुंठी ने साल 2019 में स्वर्गीय प्रकाश पंत के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव लड़ने की हिम्मत दिखाई। अंजू विगत 3 साल से पिथौरागढ़ में कांग्रेस की जिलाध्यक्ष भी हैं और पार्टी कार्यक्रमों के आयोजनों से लेकर उन कार्यक्रमों में लगातार प्रतिभाग करती आ रही हैं।
ऐसे में पार्टी ने उनकी मेहनत को देखते हुए मेयर प्रत्याशी बनाया है। इसलिए कांग्रेस के सभी नेताओं को मिलकर उनका साथ देना चाहिए। बता दें कि मथुरा दत्त जोशी ने हरीश रावत, प्रीतम सिंह और यशपाल आर्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन नेताओं ने ही उनका टिकट काटा है और पूर्व में भी उन्हें मौका नहीं दिया।
उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी ने दिया पार्टी से इस्तीफा
देहरादून। निकाय चुनाव से पहले उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। शनिवार को पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रशासन संगठन मथुरा दत्त जोशी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। अपने इस्तीफे से संबंधित लेटर उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा है।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के को लिखे पत्र में मथुरा दत्त जोशी ने कहा है कि अपने जीवन के 48 वर्षों तक उन्होंने पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कांग्रेस पार्टी की सेवा की। लेकिन इतने लंबे वर्षों तक पार्टी की सेवा करने के बाद बहुत क्षुब्ध हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी द्वारा मुझे वर्तमान में प्रदत्त पदों सदस्य एआईसीसी, सदस्य समन्वय समिति कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन उत्तराखंड कांग्रेस के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
बता दें कि मथुरा दत्त जोशी टिकट बंटवारे से नाराज चल रहे थे। उन्होंने कहा कि नगर निगम पिथौरागढ़ में मेयर पद के लिए उन्होंने अपनी पत्नी रुक्मणी जोशी की दावेदारी की थी। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने टिकट अंजू लुंठी को दे दिया। जिसके बाद वह खुले मंच पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे थे। आखिरकार उन्होंने नगर निकाय चुनाव से ठीक पहले सभी पदो से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका दे दिया है। दिलचस्प बात ये है कि जब कांग्रेस ने उत्तराखंड निकाय चुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी तो वो मथुरा दत्त जोशी के हाथों से ही होती थी। मथुरा दत्त जोशी यूपी के जमाने से कांग्रेस पार्टी में थे। ठीक निकाय चुनाव से पहले उनके इस्तीफे से कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में 23 जनवरी को नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान होना है। 25 जनवरी को निकाय चुनाव का परिणाम घोषित होगा। ऐसे में मतदान से पहले कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। मथुरा दत्त जोशी 48 साल से कांग्रेस पार्टी में थे। मथूरा दत जोशी के भाजपा में शामिल होने की चर्चा के बाद कांग्रेस से मथूरा दत जोशी को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।