
केदारनाथ की चोटियों पर हुई सीजन की पहली बर्फबारी
उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज
बारिश होने पर बार-बार यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोकना पड़ रहा
केदारनाथ मंदिर के पीछे की चोटियां पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई
चोटियों पर बर्फबारी होने के चलते धाम में ठंड बढ़ी
देहरादून। पहाड़ों में बारिश जारी है। बारिश के कारण हालात अस्त-व्यस्त हैं। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम की चोटियों पर भी बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी के बाद धाम में अत्यधिक ठंड बढ़ गई है। प्रशासन की ओर से यात्रियों के लिए अलाव की व्यवस्था धाम में की गई है।
बीते दो दिनों से पहाड़ों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण हालात अस्त-व्यस्त हो गए हैं। बारिश का असर केदारनाथ धाम की यात्रा पर भी पड़ रहा है। बारिश होने पर बार-बार यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोकना पड़ रहा है। दूसरी ओर केदारनाथ मंदिर के पीछे की चोटियां पर सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। ये चोटियां बर्फ से सफेद हो गई हैं। चोटियों पर बर्फबारी के बाद धाम में ठंड भी बढ़ गई है। ठंड को देखते हुए प्रशासन ने धाम में अलाव की भी व्यवस्था कर दी है।
डीएम सौरभ गहरवार ने बताया कि केदारनाथ धाम की चोटियों में बर्फबारी होने के चलते धाम में ठंड बढ़ गई है। धाम पहुंच रहे हर यात्री का ख्याल रखा जा रहा है। सोनप्रयाग में तीर्थ यात्रियों से निवेदन किया जा रहा है कि वे अपने साथ गर्म जूते, कपड़े और दवाई लेकर साथ चलें। केदारनाथ पैदल मार्ग में तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा जवान तैनात किए गए हैं। यहां जवान तीर्थ यात्रियों को डेंजर जोन वाले स्थानों पर सुरक्षित तौर पर यात्रा करवा रहे हैं। बुधवार को दोपहर बाद बदरीनाथ धाम में भई सीजन की पहली बर्फबारी देखी गई। बदरीनाथ धाम की चोटियों पर हल्का-हल्का हिमपात होने से धाम के आस-पास ठंड भी महसूस की गई।
बुधवार को बदरीनाथ धाम में हुई थी सीजन की पहल बर्फबारी
देहरादून। भू बैकुंठ बदरीनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। बदरीनाथ धाम की चोटियों पर हल्का-हल्का हिमपात होने से अब धीरे-धीरे ठंड भी दस्तक देने लगी है। ऊपरी पहाड़ियों पर सीजन की पहली बर्फ देखने को मिली है। बदरीनाथ से हल्की सी बर्फ पड़ने से बदरीनाथ सहित ऊंचाई वाले इलाकों में ठंड बढ़नी शुरू हो गई है।
मंगलवार को हुई बारिश के बाद बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी दिखाई दी। जिससे इस वर्ष जल्द ही बर्फबारी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। लगातार चमोली जनपद में बारिश होने से शाम को हल्की-हल्की ठंड महसूस होने लगी है। बदरीनाथ धाम सहित माणा क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों में भी हल्की-हल्की बर्फबारी देखने को मिली है। बर्फबारी के बाद तीर्थ यात्रियों चेहरों पर खुशी दिखाई दे रही है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलट
देहरादून। 12 और 13 सितंबर को दो दिनों के लिए पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी जिले में भी भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि मौसम विभाग 14 सितंबर से बारिश में कमी आने की संभावना व्यक्त कर रहा है, लेकिन इस दिन भी कुमाऊं के उधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिले में तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है।
मलबा आने से नेशनल हाईवे पर आवाजाही बंद
चंपावत। जनपद में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग में लोहाघाट और घाट के बीच गुरना संतोला (बाराकोट) के पास मलवा आया है। इसके चलते नेशनल हाईवे पर आवाजाही बंद है। फिलहाल सड़क खोलने के लिए प्रशासन और एनएच की टीम लगी हुई हैं। बारिश होने के चलते सड़क खोलने में परेशानी हो रही है। भारी बारिश के चलते चंपावत जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश पूर्व में जारी किया चुका है। कुमाऊं मंडल के सभी जिलों में सुबह से बारिश जारी रही। बारिश के चलते कई जगहों पर आंतरिक और ग्रामीण मार्ग बंद होने की सूचना प्राप्त हुई है। मौसम विभाग ने 13 सितंबर तक बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन को अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया है।
उत्तराखण्ड में मुश्किल भरे रहेंगे अगले 24 घंटे
कई जिलों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून अब विदाई पर है। ऐसे में मानसून जाते-जाते खूब बरस रहा है। यही वजह है कि बीती 24 घंटे से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है। खासकर लोअर कुमाऊं क्षेत्र के कुछ इलाकों में तेज बारिश देखने को मिल रही है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे भारी रह सकते हैं। यानी इस दौरान भारी से भारी बारिश हो सकती है। जिसे लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी के तौर पर रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के मुताबिक, 12 और 13 सितंबर भारी बारिश की आशंका को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। आने वाले 24 घंटे में गढ़वाल और कुमाऊं के ज्यादातर जिलों में भारी से भारी बारिश हो सकती है। जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती है। ऐसे में लोगों को मौसम के मिजाज को देखते हुए सावधान रहना होगा।
रोहित थपलियाल ने बताया कि कुमाऊं रीजन में उधमसिंह नगर, चंपावत, बागेश्वर जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है तो वही गढ़वाल रीजन के पौड़ी, देहरादून, हरिद्वार, टिहरी में भी बहुत तेज बारिश होने की संभावना है। जिसे देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, इसके अलावा चमोली, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल का कहना है कि मानसून अब अपने आखिरी फेज की ओर जा रहा है। जहां पूरे मानसून सीजन के दौरान हुई बरसात का औसत आखिरी फेज में देखने को मिल सकता है।
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में ऐसा देखा गया है कि मानसून के आखिरी फेज में मौसम ने अपना कहर बरपाया है और नुकसान भी हुआ है। ऐसे में सभी को सतर्क रहने और विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की ओर से सभी सरकारी एजेंसियों को पूर्वानुमान की सूचना भेज दी गई है, जिसके बाद सभी विभाग अलर्ट पर है।