देहरादून। रजिस्ट्रार ऑफिस में अभिलेखों से छेड़छाड़ के मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता कमल विरमानी को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। क्रॉस रोड मॉल के बाहर से वांछित आरोपी निवासी ईदगाह को पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने कई जमीनों की फर्जी रजिस्ट्रियां और उनकी पैरवी करवाकर आरोपियों को दी थी। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि पूछताछ में यह बात प्रकाश में आई कि आरोपी सहारनपुर निवासी केपी सिंह (कंवर पाल) को काफी सालों से जानता था केपी इनके पास डालनवाला की एक प्रॉपर्टी का केस लेकर आया था जिसमें आरोपी ने केपी की काफी मदद की थी उसके पश्चात केपी ने इनको सहारनपुर में कुछ जमीनो के पुरानी रजिस्ट्री बनवाकर अपने व अपने जानने वालों के नाम चढ़ाकर करोड़ो रूपये कमाने की बाते बतायी थी तथा केपी द्वारा देहरादून में भी पुरानी व विवादित जमीनो पर इसी तरह काम करने के लिए इनसे सलाह मांगी गयी थी रूपयों के लालच में आकर आरोपी ने केपी को क्लेमनटाउन, पटेलनगर, रायपुर, नवादा, रैनापुर से सम्बन्धित जमींनो के बारे में बताया था तथा उन जमीनो की रजिस्ट्री का मैटर (ड्राफ्टिंग) भी बनाकर दिया था और अपने मुंशी रोहताश तथा वकील इमरान को केपी से मिलवाकर रजिस्ट्रार और तहसील में इनकी मदद करने के लिए बताया था। पुराने स्टाम्प पेपर और मुहरों की व्यवस्था केपी करता था तथा उसमें जो मैटर (ड्राफ्टिंग) लिखा जाता था वह आरोपी बिरमानी इनको बनाकर देता था इसके बाद वकील इमरान और मुंशी रोहताश द्वारा रजिस्ट्रार और राजस्व रिकॉर्ड रूम में अजय क्षेत्री, डालचन्द, विकास पाण्डे की सहायता से उन कागजो को रिकॉर्ड रूम में रख दिए जाते थे इसके बाद आरोपी कमल बिरमानी की ओर से संबंधित केसो की पैरवी अपने स्तर से करवाकर राजस्व रिकॉर्ड रूम में नाम दर्ज करा दिया जाता था। आरोपी से पूछताछ में कई अन्य आरोपियों के नाम भी प्रकाश में आए है जिनके संबंध में एसआईटी टीम की ओर से गहन जांच एवं साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है। गठित एसआईटी टीम द्वारा अब तक इस रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में कुल 9 आरोपियों की गिरफ्तार किया गया है तथा अन्य प्रकाश में आए आरोपियों के विरूद्ध साक्ष्य संकलन एवं बराबर दबिशें दी जा रही है।