विपक्षी नेता कर रहे केदारनाथ यात्रा का माहौल खराब: आशा

विपक्षी नेता कर रहे केदारनाथ यात्रा का माहौल खराब: आशा
केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को मिल रही सुविधाओं को नहीं पचा पा रहे पूर्व विधायक
सरकार और प्रशासन पर लगाए जा रहे बेबुनियाद आरोप
पूर्व विधायक मनोज रावत ने यात्रा मार्ग पर लिए जा रहे शुल्क को लेकर उठाए सवाल
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड के निकट रोजगार कर रहे कुछ लोगों ने स्थानीय एक भाजपा नेता पर पैंसे लेने का आरोप लगाया, जिसके बाद पूर्व विधायक मनोज रावत ने यात्रा मार्ग पर पहुंचकर भाजपा नेता के साथ सरकार, प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए। इनका ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद प्रशासन की ओर से जब मामले में कार्यवाही की गई तो वास्तविक स्थिति कुछ और ही सामने आई। पता चला कि यात्रा मार्ग पर व्यापारियों की ओर से केदारघाटी श्रद्धालु सेवा समिति को शुल्क जमा किया जा रहा है, जो व्यापारियों के हितों की लड़ाई लड़ रहा है। वहीं मामले में केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से बयान जारी करते हुए कहा कि विपक्षी नेता केदारनाथ धाम मिल रही बेहतर सुविधाओं को पचा नहीं पा रहे हैं और कुछ व्यापारियों को मोहरा बनाकर यात्रा व्यवस्था को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।
दरअसल, केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर स्थाई और अस्थाई दुकानों का संचालन करने के लिये तहसील प्रशासन ऊखीमठ की ओर से टेंडर जारी किए गए, लेकिन भारी संख्या में व्यापारी टेंडर प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाये। ये ऐसे व्यापारी थे, जो वर्षों से केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर अस्थाई या फिर स्थाई दुकानों से रोजगार का संचालन कर रहे थे। टेंडर प्रक्रिया में छूटने के बाद इन व्यापारियों ने सर्व सहमति से केदारघाटी श्रद्धालु सेवा समिति का गठन किया। समिति के रजिस्ट्रेशन सहित अन्य खर्चों के वहन के लिये सभी ने दो-दो हजार रूपये जमा किये, लेकिन यात्रा शुरू होने के बाद कुछ व्यापारी कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर समिति द्वारा ली गई धनराशि पर सवाल खड़े करने लगे और एक भाजपा नेता पर पैंसे लेने का आरोप लगाने लगे, जिसके बाद पूर्व विधायक मनोज रावत ने भी मौके को ना गंवाते यात्रा पड़ाव का दौरा करने पहुंचे और विपक्ष की पूरी भूमिका निभाते हुए व्यापारियों के साथ खड़े हो गए और सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापारियों के हितों की बात करने लगे। उन्होंने व्यापारियों से लिए जा रहे पैंसों पर सवाल खड़े करने के साथ ही प्रशासन और सरकार पर भी सवाल खड़े कर दिए। पूर्व विधायक मनोज रावत ने इसमें एक भाजपा नेता का शामिल होना बताया। मामले के बाद तुरंत जिला प्रशासन ने भी कार्यवाही शुरू कर दी। मामले की वास्तविकता सामने के बाद केदारघाटी श्रद्धालु सेवा समिति के अध्यक्ष संदीप पुष्पवान ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपना बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि जो व्यापारी प्रशासन की टेंडर प्रक्रिया में भाग नहीं ले सके या फिर जिनकी लाट्री नहीं निकली, उन व्यापारियों ने सर्व सहमति से इस समिति का गठन किया। समिति के रजिस्टेªशन सहित अन्य खर्चों के वहन के लिये प्रत्येक-प्रत्येक व्यापारी ने दो-दो हजार रूपये जमा किये, लेकिन अब कुछ व्यापारी जबरन गलत आरोप लगा रहे हैं। शुल्क धनराशि की पहले ही जानकारी यात्रा सेल को दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जिन व्यापारियों को दुकाने नहीं मिल रही हैं, उनकी लड़ाई समिति लड़ रही है और यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाएं बनाई जा रही है। विपक्ष के नेता बेवजह यात्रा को प्रभावित करने का काम क रहे हैं।
केदारनाथ यात्रा व्यवस्था बिगाड़ने की हो रही पूरी कोशिश: आशा
रुद्रप्रयाग। मामले में विधायक केदारनाथ आशा नौटियाल ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपना बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक मनोज रावत का आरोप निराधार है। ये जिस भाजपा नेता के लिए बोल रहे हैं, उनका नाम भी सार्वजनिक करें। केदारनाथ यात्रा की व्यवस्था बिगाड़ने में विपक्ष पूरी भमिका निभा रहा है। देश-विदेश से यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। ये शायद विपक्ष को नहीं पच रहा है और यात्रा को राजनीति का रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार और शासन-प्रशासन यात्रा व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है, दूसरी तरफ विपक्ष बेवजह के मुद्दों को लेकर यात्रा में विघ्न पैदा करने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को भी समझना होगा कि यात्रा चलने से ही उनकी आर्थिकी मजबूत होगी।