उत्तराखंडदेहरादूनमौसम

अगले 48 घंटों में दून सहित चार जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

भूस्खलन की चपेट में आया घर जमींदोज

नदियों के जल स्तर में वृद्धि जारी
आपदा प्रबंधन विभाग को किया गया अलर्ट
देहरादून। उत्तराखंड राज्य में बारिश का दौर जारी है, बीते दो दिनों से राज्य के तमाम हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है जिससे नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है वही नाले खाले भी ऊफान पर हैं कई स्थानों पर भूस्खलन और भूकटान के खतरे भी सामने आए हैं। बीती रात नैनीताल में एक मकान भूस्खलन से जमींदोज हो गया गनीमत रही कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई है।
मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा फोरकास्ट के मुताबिक आने वाले दो दिनों में राज्य की राजधानी दून सहित चार जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जिन चार जिलों में अगले दो दिन भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है उनमें अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर और दून शामिल हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात से काशीपुर, नैनीताल, टिहरी और रामनगर में बारिश का सिलसिला जारी है। बीती रात नैनीताल के पवागढ़ में भूस्खलन के कारण एक मकान जमींदोज हो गया। यहंा भूस्खलन के कारण कई अन्य मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं। बीते साल इस क्षेत्र में भूस्खलन के कारण भारी नुकसान हुआ था जिसके ट्रीटमेंट का काम कराया गया था लेकिन नवनिर्मित पुस्ता भी दरकने लगा है जिससे खतरा बढ़ गया है। उधर चमोली के हाथी पर्वत क्षेत्र में सड़क का एक हिस्सा बह गया था जिसकी मरम्मत कार्य न किए जाने से बाकी हिस्से के भी बहने का खतरा बना हुआ है।
राज्य में हो रही लगातार बारिश के कारण अलकनंदा तथा धौली गंगा और विष्णु प्रयाग संगम में भी जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन द्वारा लोगों को नदी नालों और खालों से दूरी बनाए रखने को कहा गया तथा जगहकृजगह चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं।

मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट जारी
देहरादून। राजधानी देहरादून, नैनीताल और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है, जिसके लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। बता दें कि कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में बारिश का क्रम शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में ये सिलसिला तेज होने का अंदेशा है। राजधानी देहरादून में आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। कहीं-कही गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं चंपावत में भारी बारिश से टनकपुर-जौलजीबी हाईवे मलबा गिरने से बाधित हो गया है। हाईवे को खोलने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। हाईवे बाधित होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।


गंगा का जलस्तर बढ़ने से बह गए कार
हरिद्वार। प्रदेश में मनसून ने दस्तक दे दी है। प्रदेश के कई जनपदों में झामझम बारिश हो रही है। बारिश के कारण नदियों को जलस्तर बढ़ रहा है। बारिश के कारण अचानक बढ़े जलस्तर के कारण गंगा घाट किनारे खड़ी कारें अचानक आए पानी के कारण बहने लगी। जिसके कारण लोगों में चीख पुकार मच गई।
बारिश ने प्रदेश में कहर मचाना शुरू का दिया है। बारिश के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में पहाड़ियों से मलबा आ रहा है। जिसके कारण कई रास्ते बंद हो गए है। बारिश के कारण ही नदी नालों में जलस्तर बढ़ने लगा है। अधिक पानी आने के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पहाड़ों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने के कारण अचानक आए पानी से हरिद्वार में गंगा किनारे कारें बहने लगी। कार बहती देख लोगों में अफरा तफरी मच गई। लेकिन लोग बेबस होकर अपनी कारों को बहते हुए देखते रह गए।

कुमाऊं में बारिश से मचाई तबाही, जड़ से उखड़े विशालकाय पेड़
हल्द्वानी। उत्तराखंड में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश होने के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार को हल्द्वानी, रामनगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। बारिश के कारण कई जगह जनजीवन अस्त व्यस्त नजर आया। जगह-जगह जल भराव की समस्या से भी लोग परेशान दिखे। कुछ जगह पेड़ गिरने की घटनाएं भी रिकॉर्ड की गई हैं।
शनिवार को हल्द्वानी-नैनीताल रोड पर काठगोदाम नरीमन चौराहे पर एक विशालकाय पेड़ गिर गया। जिसके चलते नैनीताल रोड पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी मौके पर पहुंचे, जहां यातायात को डाइवर्ट किया गया। सड़क पर गिरे विशालकाय पेड़ को हटाने के लिए अग्निशमन और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। टीम द्वारा करीब 1 घंटे से अधिक समय के प्रयास के बाद सड़क को सुचारू किया गया।
मौसम विभाग ने बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है। ऐसे में प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बताया कि कुमाऊं में बारिश की सभी जिलों से अपडेट लगातार मिल रही है। चंपावत में सड़क बाधित हुई थी, जिसे अब खोल दिया गया है। सड़क किनारे विशालकाय पेड़ों को लेकर उन्होंने कहा कि सभी डीएम को निर्देश दिए गए हैं कि विशालकाय पेड़ों को चिन्हित किया जाए। ताकि अगर पेड़ सड़क पर गिरता भी है तो उससे नुकसान कम हो।
इसके अलावा बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि पहाड़ों पर भूस्खलन की जगह को चिन्हित कर जेसीबी मशीन को तैनात करें, जिससे लैंडस्लाइड के दौरान मलबा हटाकर तुरंत सड़क को सुचारु किया जा सके।
उधर रामनगर और कालाढूंगी में आज दोपहर से जारी मूसलाधार बारिश के कारण नदी नाले उफान पर आ चुके हैं। रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर गूलर सिद्ध मंदिर पेट्रोल पंप के पास बहने वाला बरसाती नाला उफान पर आ गया है। जिससे कुछ देर के लिए यातायात भी प्रभावित रहा। जबकि छोटे वाहन स्वामी जान की परवाह किए बिना बरसाती नालों को पार कर रहे हैं। हालांकि, कुछ देर बाद बहाव कम होने पर यातायात दोबारा शुरू हुआ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button