
माणा एवलॉन्च में 4 मजदूरों की मौत, 50 का रेस्क्यू, 23 का चल रहा इलाज
5 मजदूरों की तलाश के लिए युद्ध स्तर पर हो रहा रेस्क्यू अभियान
सड़कें अवरुद्ध होने के कारण 6 हेलीकॉप्टर किए गए तैनात
चमोली। उत्तराखंड के माणा में आए एवलॉन्च के दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एक दुखद समाचार मिला कि ग्लेशियर के मलबे से रेस्क्यू किए गए 4 मजदूर की मौत हो चुकी है। अब तक 50 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। 5 लोगों के लिए रेस्क्यू जारी है।
पीआरओ रक्षा देहरादून लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने अपडेट दिया है कि सेना की आइबेक्स ब्रिगेड की बचाव टीम के नेतृत्व में हिमस्खलन बचाव अभियान अभी चल रहा है। सेना के एक्सपर्ट युद्ध स्तर पर सर्च और रेस्क्यू अभियान चलाए हुए हैं। रेस्क्यू में कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जा रही है। स्थितियां दुरूह हैं, लेकिन रेस्क्यू टीम का हौसला बुलंद है।
सड़कें अवरुद्ध होने के कारण कुल 6 हेलीकॉप्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है। हेलीकॉप्टरों में भारतीय सेना विमानन के 3 चीता हेलीकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर और भारतीय सेना द्वारा किराए पर लिया गया एक नागरिक हेलीकॉप्टर शामिल है।
अभी तक, रेस्क्यू किए गए 50 में से 27 व्यक्तियों को जोशीमठ पहुंचाया गया। दुर्भाग्य से इन घायलों में से 4 घायलों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। बाकी 5 श्रमिकों को निकालने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है।
5 व्यक्तियों को बचाने के लिए सेना द्वारा खोज अभियान जारी है। गौरतलब है कि चमोली के माणा में शुक्रवार को आए एवलॉन्च के मलबे में बीआरओ के लिए काम कर रहे 55 श्रमिक दब गए थे। 33 श्रमिकों का रेस्क्यू शुक्रवार को ही कर लिया गया था। 17 श्रमिकों का रेस्क्यू आज शनिवार को किया गया। इनमें से 4 श्रमिकों ने दम तोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि माणा से सभी घायलों को जोशीमठ लाया जा रहा है जहां से गंभीर रूप से घायलों को एम्स लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें केंद्र सरकार की इस रेस्क्यू कार्य में भरपूर मदद मिल रही है। गृह मंत्रालय तथा पीएमओ लगातार संपर्क में है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लापता लोगों को जल्द बरामद कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि खराब मौसम व भारी बर्फबारी के कारण इसमें थोड़ी बाधा बनी हुई है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में 10-12 फीट तक बर्फ है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के 50 ब्लॉक में बिजली आपूर्ति व संचार सेवा प्रभावित हुई जिसे दुरस्त करने के प्रयास किया जा रहे हैं।
रेस्क्यू अभियान का जायजा लेने चामोली पहंुचे सीएम धामी
देहरादून। चमोली के माणा में बीते रोज एवलांच की चपेट में आये 55 मजदूर में से अधिकांश को रेस्क्यू किया जा चुका है, लेकिन पांच अभी भी लापता है जिनका कुछ पता नहीं चल सका है। उन्हें तलाशने के लिए अभी भी युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान जारी है। जिसमें वायु सेवा के जवान तथा हेलीकॉप्टरों से लेकर आइटीबीपी एनडीआरएफ व बीआरओ के जवान जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह हालात का जायजा लेने घटनास्थल तक पहुंचे जहां उन्होंने रेस्क्यू किए गए मजदूरों और रेस्क्यू में जुटे लोगों से हालात की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण किया तथा रेस्क्यू अभियान में जुटे वायु सेना के जवानों से भी स्थिति का जायजा लिया तथा उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। इसके उपरांत वह जोशीमठ ज्योर्तिपीठ पीठ पहुंचे और इस हादसे में घायल हुए लोगों का हाल भी जाना। उल्लेखनीय है जोशीमठ के सैन्य अस्पताल में 14 घायलों का इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून वापस लौटकर यहां अधिकारियों की एक बैठक ली तथा पूरे घटनाक्रम पर विचार मंथन किया। मुख्यमंत्री आपदा नियंत्रण से भी लगातार संपर्क बनाए हुए है। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि साइड पर 55 बीआरओ के मजदूर घटना के समय मौजूद थे, जिनमें से 33 को बीते कल देर शाम तक रेस्क्यू कर लिया गया था जबकि शनिवार सुबह चलाये गये अभियान में 17 अन्य मजदूरों का रेस्क्यू किया गया तथा अब तक कुल 50 लोगों को रेस्क्यू किया जा सका है तथा पांच के आसपास लोग अभी लापता है जिनका पता लगाया जा रहा है। रेस्क्यू कार्य में 200 से अधिक लोग व अधिकारियों की टीमें जुटी हुई है।
बर्फ में फंसे एक श्रमिकं की मौत की खबर
देहरादून। शनिवार को भी बर्फ में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी रहा। खबर आ रही है कि 6 लापता लोगों की तलाश जारी है। एक श्रमिक की मौत की सूचना है। हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बाकी बर्फ में फंसे श्रमिकों को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है। अब तक 47 श्रमिक सुरक्षित निकाले जा चुके हैं। जबकि पांच की तलाश जारी है।हिमस्खलन बचाव अभियान अभी जारी है।पीआरओ डिफेंस देहरादून लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव की ओर से बताया गया है कि हिमस्खलन की चपेट में आए चार श्रमिकों की मौत हो गई है। पांच की तलाश जारी है। 46 मजदूर सुरक्षित है। सीएम पुष्कर सिंह धामी चमोली जिले में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण करने के बाद देहरादून के आईटी पार्क स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे। सड़कें अवरुद्ध होने के कारण कुल छह हेलिकॉप्टरों को लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है। लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव पीआरओ डिफेंस देहरादून की ओर से जानकारी दी गई कि अभी तक 47 में से 23 मजदूरों को जोशीमठ पहुंचाया जा चुका है। दुर्भाग्य से, एक घायल व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है और एक की हालत गंभीर है। घायलों को निकालने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है। माना हिमस्खलन में फंसे बीआरओ कर्मियों को हवाई मार्ग से जोशीमठ पहुंचाया जा रहा है। अब तक कुल 55 फंसे बीआरओ कर्मियों में से 47 को बचा लिया गया है।उत्तराखंड के चमोली में हुए हिमस्खलन पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, उत्तराखंड सरकार वहां की घटना (हिमस्खलन) में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। हम उत्तराखंड सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम ईश्वर से उनकी सुरक्षित घर वापसी की प्रार्थना करते हैं। हम श्रमिकों के परिजनों के भी संपर्क में हैं।
बीआरओ मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन दूसरे दिन भी जारी
चमोली। जिले में बदरीनाथ के पास माणा में शुक्रवार को आए एवलॉन्च के बाद मलबे में दबे बीआरओ मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन दूसरे दिन भी जारी रहा। माणा एवलॉन्च रेस्क्यू ऑपरेशन में ज्योतिर्मठ बेस कैम्प से हेली रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। अभी सेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर बदरीनाथ रेस्क्यू के काम में लगे हैं। अब तक 47 मजदूरों का रेस्क्यू कर लिया गया है। अब 8 मजदूरों के लिए सर्च और रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
सड़क मार्ग पर लामबगड़ से आगे भारी हिमपात के कारण बंद है. लिहाजा अब हेली रेस्क्यू ऑपरेशन पर पूरा फोकस किया जा रहा है। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सीएम धामी से रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपडेट लिया। माणा एवलॉन्च रेस्क्यू ऑपरेशन शनिवार को फिर शुरू किया। शनिवार को मौसम साफ होने के कारण रेस्क्यू करने करने वालों को कोई वाधा नही दिखी। बर्फबारी थमने के बाद अब बेस कैम्प जोशीमठ से हेली रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। डीएम चमोली से लेकर आपदा प्रबंधन के तमाम अधिकारी ज्योतिर्मठ में मौजूद रहे। इधर करीब 150 बचाव कर्मी भी जोशीमठ और गोविंद घाट गुरुद्वारे से बदरीनाथ माणा के समीप एवलॉन्च रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए रवाना हो गए हैं। सीएम धामी भी रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग के लिए जोशीमठ पहुंचे हैं। फिलहाल बीआरओ/प्रशासन ने एवलॉन्च की चपेट में आए मजदूरों की लिस्ट भी जारी कर दी है।