
कांवड यात्रा में अभी तक पहुंचे एक करोड़ 57 लाख कांवड़िये
कांवड यात्रा पहुंची दूसरे चरण में
डाक कांवड को लेकर बढ़ी प्रशासन की चुनौती
दूसरे चरण में व्यवस्थाएं की गई डबलः जिलाधिकारी
गंगाजल भरने आ रहे प्रतिदिन 40 लाख के लगभग शिवभक्त
हरिद्वार। कांवड़ यात्रा का अब दूसरा चरण शुरू हो चुका है। अब तक एक करोड़ 57 लाख से अधिक कांवड़िये हरिद्वार से मां गंगा का जल भरकर अपने-अपने गंतव्यों की ओर रवाना हो चुके हैं। ऐसे में अब दूसरा चरण हरिद्वार जिला प्रशासन के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। दूसरे चरण की तैयारियों को लेकर हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने तैयारियों के बारे में बताया।
हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया दूसरे चरण में देखा गया है कि कांवड़ यात्रा में पहले चरण के मुताबिक अधिक संख्या में कांवड़िये हरिद्वार पहुंचते हैं। ऐसे में हमें अपने साधनों को भी पहले से ज्यादा बढ़ाना होगा। हमने दूसरे चरण के लिए सभी व्यवस्थाओं को डबल कर दिया है। पहले की अपेक्षा से हमारे अब टॉयलेट भी पिछले साल से डबल हो गए हैं। जिससे हरिद्वार आने वाले शिव भक्तों को कोई दिक्कत ना हो।
इसी के साथ कूड़ा निस्तारण की भी हमने प्रक्रिया को बढ़ाया है। अब हर 6 घंटे में हर की पैड़ी के आसपास के क्षेत्र का कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है। साथ ही ड्रोन और सीसीटीवी से लगातार पूरे मेला क्षेत्र की मॉनिटरिंग की जा रही है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया इस बार शुरू से ही कांवड़ियों का अच्छा क्राउड देखने को मिल रहा है। पहले यह संख्या 5 लाख प्रतिदिन थी। अब यह संख्या 35 से 40 लाख प्रतिदिन हो गई है। अब तक एक करोड़ 57 लाख कांवड़िये हरिद्वार आ चुके हैं। ऐसे में अब प्रतिदिन यह संख्या 40 लाख से भी ज्यादा बढ़ेगी।
पहले चरण के एक्सपीरियंस को साझा करते हुए हरिद्वार जिला अधिकारी ने कहा हमें कई अनुभव मिले हैं। जिससे दूसरे चरण में हमें कार्य करने में आसानी होगी। उन्होंने बताया क्राउड मैनेजमेंट को लेकर भी हमारी पहले चरण की व्यवस्था सफल रही है। अब दूसरे चरण में क्राउड मैनेजमेंट का प्लान अलग है। दूसरा चरण इस कावड़ मेले का मुख्य चरण रहता है। जिसे हम हरिद्वार पुलिस की मदद के साथ सकुशल संपन्न करेंगे।
इस साल टूटेगा लाईफ टाइम रिकॉर्ड, 7 करोड़ पार हो सकता है आंकड़ा
हरिद्वार। हम अनुमान लगा रहे हैं कि पिछले साल का रिकॉर्ड भी इस साल टूटेगा। पिछले साल चार 4 करोड़ 50 लाख के करीब कांवड़िये हरिद्वार पहुंचे थे। हमारा अनुमान है कि यह आंकड़ा इस बार 7 करोड़ पार करेगा। मयूर दीक्षित ने कहा आखरी समय में डाक कांवड़ की संख्या अत्यधिक हो जाती है। जिससे हाईवे इत्यादि में जाम लग जाता है। इसी को देखते हुए हमनें हरिद्वार पुलिस के साथ मिलकर कई डायवर्जन प्लान भी तैयार किए हैं।
कांवड में अयोध्या के राम मंदिर को दर्शाया गया
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार इस समय शिव की भक्ति के रंग में रंगी हुई नजर आ रही है। दिल्ली-हरिद्वार हाईवे भी कांवड़ियों से पैक हो चुका है। अभी तक एक करोड़ से ज्यादा कांवड़िए हरिद्वार से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य की ओर निकल चुके है। हर साल की तरह इस बार भी कांवड़ियों का अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे है। कई ऐसी कांवड़ भी देखने को मिल रही है, जिनसे लोगों की नजर ही नहीं हट रही है।
इस बार कुछ अनोखी कांवड़ों की बात की जाए तो उसमें अघोरी नृत्य कावड़ सबसे ज्यादा चर्चाओं में है। कांवड़िए ने भगवा भोलेनाथ भेष में अघोरी नृत्य किया, जो काफी आकर्षित लग रहा था। इसके अलावा केदारनाथ धाम जैसी भी एक कांवड़ तैयार की गई है, जो सबका मन मोह रही है। अयोध्या राम मंदिर कांवड़ की भी जमकर चर्चा हो रही है। इस कांवड़ में अयोध्या के राम मंदिर को दर्शाया गया है। इसके साथ देश भक्ति की कुछ कांवड़ भी लोगों को अपनी और आकर्षित कर रही है। वहीं आदियोगी और बाहुबली हनुमान वाली कांवड़ का क्रेज भी इस बार देखने को मिल रहा है। बता दें कि ये सभी कांवड़ रात को जब लाइटिंग के साथ जब निकलती है, तो स्थानीय लोग इन्हें देखने के लिए सड़कों पर आते है।