उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा
डोईवाला। उत्तराखंड में भी किसान आंदोलन की आंच पहुंच गई है। इसी कड़ी में न्यूनतम समर्थन मूल्य, मुकदमे वापस लेने समेत कई मांगों को लेकर किसान ट्रैक्टर और जेसीबी पर सवार होकर देहरादून कूच करने के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने लच्छीवाला टोल प्लाजा पर रोक लिया। इस दौरान किसानों ने टोल प्लाजा पर ही केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, किसानों ने मौके पर उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। ऐसे में डोईवाला के सैकड़ों किसान दिल्ली जा रहे किसानों के साथ खड़े हैं। किसान नेता सुरेंद्र खालसा का कहना है कि अन्न उगाने वाले किसानों को आज खेत में होने के बजाए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। शंभू बॉर्डर पर किसानों के साथ अत्याचार किया जा रहा है। उनकी बात सुनने का बजाए आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। जो किसानों के साथ नाइंसाफी है।
उन्होंने कहा कि डोईवाला के सैकड़ों किसान दिल्ली कूच के लिए निकले किसानों के साथ खड़े हैं। राकेश टिकैत के आह्वान पर अगर दिल्ली जाना पड़ेगा तो किसान दिल्ली भी जाएंगे। गौर हो कि आज किसान श्दिल्ली चलोश् मार्च निकाल रहे हैं। हरियाणा और पंजाब से हजारों किसान दिल्ली के लिए निकले हैं। जहां शंभू और खनौरी बॉर्डर पर उन पर आंसू गैस के गोले दागे हैं।
बता दें कि एमएसपी, किसानों के ऊपर लगे मुकदमे वापस लेने और अन्य कई मांगों को लेकर डोईवाला के सैकड़ों किसान आज ट्रैक्टर रैली निकालकर देहरादून की ओर कूच किया, लेकिन किसानों को रोकने के लिए प्रशासन ने पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात कर लिया था। ऐसे में किसानों को लच्छीवाला टोल प्लाजा पर ही रोक लिया गया। जहां डोईवाला एसडीएम अपर्णा ढौंडियाल के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन भेजा।
रुद्रपुर में टोल प्लाजा पर किसानों ने बोला हल्ला
रुद्रपुररू किसान आंदोलन 2.0 को समर्थन देने के लिए आज दर्जनों किसान लालपुर स्थित टोल प्लाजा पहुंचे। इस दौरान किसानों ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया और सरकार से किसानों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग उठाई। किसानों के विरोध को देखते हुए भारी पुलिस और पीएसी फोर्स को तैनात किया गया था।
बता दें कि जनपद के किसान आज किच्छा नवीन मंडी स्थल पर एकत्र हुए और यहां से चुकटी देवरिया स्थित टॉल प्लाजा पहुंचे, जहां उन्होंने जोरदार नारेबाजी करते हुए टोल प्लाजा के दो गेटों को कुछ देर के लिए फ्री करवाया। इसके बाद किसान नारेबाजी करते हुए टोल प्लाजा के पास धरने पर बैठ गए। किसानों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा ना तो फसल की एमएसपी लागू की गई और ना ही पूर्व में किसान आंदोलन द्वारा किए गए समझौते को लागू किया गया।
किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों का लगातार शोषण किया जा रहा है, जो कि बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगर शीघ्र ही किसानों की सभी मांगों को नहीं मानती है, तो प्रदेश ही नहीं देशभर में किसानों द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।