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आईपीएस दीपम सेठ बने उत्तराखंड के नये डीजीपी, अभिनव कुमार को बनाया गया डीजी जेल 

आईपीएस दीपम सेठ बने उत्तराखंड के नये डीजीपी, अभिनव कुमार को बनाया गया डीजी जेल

 

देहरादून। केंद्र सरकार से डेपुटेशन बीच में खत्म कर लौटे 1995 बैच के 54 साल के दीपम सेठ उत्तराखंड के नए डीजीपी बन गए। उन्होंने एक साल से इस कुर्सी को संभाल रहे अभिनव कुमार की जगह ली। उनको डीजी (जेल ) का इंडिपेंडेंट जिम्मा सरकार ने दिया। राज्य में अब 3 डीजी हो गए। दीपम के बैचमेट डॉ पीवीके प्रसाद डीजी (होम गार्ड ) हैं। दीपम यूपीएससी के भेजे पैनल में सबसे ऊपर थे।अन्य दो में पीवीके और अमित सिन्हा थे। खास बात ये है कि चारों अभी एडीजी रैंक में हैं।

सुप्रीम कोर्ट के प्रकाश सिंह वाले फैसले के मुताबिक अभिनव को हटाना सरकार के लिए जरूरी हो गया था। यूपीएससी के पैनल में अभिनव को यूपी कैडर का मानते हुए शामिल नहीं किया गया था। संघ ने सरकार की अभिनव को डीजीपी बनाए रखने के लिए पेश दलील को नहीं माना और केंद्र सरकार ने अभिनव के प्रत्यावेदन को स्वीकार नहीं किया। इसके बाद ये तय हो गया था कि पीवीके के बैच में उनसे ऊपर दीपम अगले और 31 दिसंबर 2024 तक पहले एडीजी रैंक के साथ फिर डीजी रैंक के साथ स्टेट पुलिस चीफ बनेंगे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी चाहते तो पैनल में शामिल पीवीके और अमित सिन्हा (1997 बैच) में से भी किसी को डीजीपी बनाने का हक रखते थे। उन्होंने वरिष्ठता को तरजीह देना पसंद किया। दीपम भी यूपी कैडर में थे। उन्होंने अपना कैडर बदलवाने में सफलता पाई थी। इस मामले में अभिनव अभाग्यशाली साबित हुए कि उनके कैडर परिवर्तन के अनुरोध को ठुकरा दिया गया। वह भी मूल कैडर यूपी के बजाए राज्य गठन से ही उत्तराखंड कैडर के हक में थे।

दीपम को बतौर डीजीपी कम से कम 2 साल मिलेगा।ऐसी व्यवस्था है। उनकी तकदीर अच्छी कही जा सकती है कि उनसे सीनियर सफ़ी अहसान रिजवी (1989 बैच )-दीपेश जुनेजा (1992 बैच)- एलवी एंटनी देव कुमार (1994 बैच ) उत्तराखंड कैडर मिलने के बावजूद यहाँ कभी आए ही नहीं। रिजवी 6 जनवरी 2026-दीपेश 11 फरवरी-2026 और एंटनी 28 मई 2026 को रिटायर होंगे। नए डीजीपी की 21 अक्टूबर 2028 तक की सेवा बची है। 1 जनवरी-2025 को दीपम और पीवीके प्रोन्नत हो के डीजी स्केल और रैंक में आ जाएंगे।

अभी ये व्यवस्था है कि जिन राज्यों में डीजी रैंक के आईपीएस अफसर उपलब्ध नहीं हैं, वहाँ एडीजी रैंक के अफसरों में से किसी को डीजीपी बनाया जा सकता है। 1 जनवरी-25 के बाद उत्तराखंड के पास 2 डीजी रैंक के अफसर उपलब्ध होंगे। दीपम शाहजहाँपुर (यूपी) के रहने वाले हैं।उन्होंने अपनी हायर एजुकेशन आईआईटी (रूड़की ) से की है। ये कयास लगाए जा रहे थे कि अभिनव को शायद शासन में फिर प्रमुख सचिव बनाया जा सकता है। सरकार ने उनको स्वायत्त जिम्मा सौंपते हुए जेल महकमे का चीफ बना दिया।

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