देहरादून। बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना से उत्तराखंड दहल गया है। इस घटना को उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने इस मामले में देहरादून एसएसपी अजय सिंह को गंभीरता से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
आईएसबीटी में एक मानसिक रूप से आंशिक विक्षिप्त 16 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ बस में हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले का उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। इसी कड़ी में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल राजकीय बालिका निकेतन किशोरी गृह पहुंची और रेप पीड़िता से मुलाकात कर उसका हाल चाल जाना। उन्होंने इस मामले में पीड़िता से पूरी जानकारी ली। घटना की जानकारी लेने के बाद उन्होंने देहरादून एसएसपी अजय सिंह को निर्देश दिए हैं कि मामले की गंभीरता से जांच की जाए और सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही कोई भी आरोपी और साक्ष्य छूटना नहीं चाहिए। उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर पता चला है कि किशोरी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद क्षेत्र की निवासी है, जो की आंशिक रूप से मानसिक विक्षिप्त है। जिसके माता-पिता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण और संवेदनशील मामले में पुलिस और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी पूरी मुस्तैदी के साथ कार्रवाई कर रहा है।
नर्स रेप केस के कारण चर्चाओं में रुद्रपुर
रुद्रपुर। मामले में 31 जुलाई को मृतका की बहन ने रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जिसके बाद गुमशुदा नर्स की लाश 8 अगस्त को यूपी के बिलासपुर जिले में डिबडिबा के पास झाड़ियों में मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप के बाद नर्स का गला दबाकर हत्या करने का मामले सामने आया। इसके बाद पुलिस ने मामले की अच्छी तरह से छानबीन की। अलग-अलग टीमों को इसमें लगाया गया। नर्स का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया गया। जिससे पुलिस आरोपी तक पहुंची।