वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं, हवालात में कट रही रात
उद्योगपति अजय गुप्ता और उनके जीजा पर दो धाराएं भी बढ़ाई
जबरन वसूली और फर्जीवाड़े की धारा पुलिस ने जोड़ी
देहरादून। गुप्ता बंधुओ को जेल मैं मिल रही वीआईपी सुविधा की चल रही सोशल मीडिया पर खबर पूरी तरह फर्जी पाई गई जिलाधिकारी सोनिका एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने विगत देर रात जिला जेल का निरीक्षण कर बेरिको मैं लगे सीसीटीवी चेक किए गए आपको बता दे कि बिल्डर सतेंद्र साहनी उर्फ बाबा साहनी की आत्महत्या मामले में जेल में बंद चर्चित उद्योगपति अजय कुमार गुप्ता और उनके बहनोई अनिल कुमार गुप्ता का एक-एक पल मुश्किल में बीत रहा है। जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट की सेटिंग लगाने की भरपूर कोशिश हुई। हालांकि यह नाकाम हो गई। उधर पुलिस का भी शिकंजा कसता जा रहा है।
पुलिस ने इनपर दो धाराएं बढ़ा दी हैं। दो नई धाराएं बढ़ने से दोनों आरोपियों को जल्द जमानत पाने की उम्मीदों को और झटका लग सकता है।
बीते शुक्रवार को रेसकोर्स निवासी बिल्डर बाबा साहनी ने सहस्रधारा रोड स्थित पेसिफिक गोल्फ स्थित अपार्टमेंट के आठवें माले से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनकी जेब से मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने घटना के तत्काल बाद केस दर्ज कर मूल रुप से सहारनपुर के निवासी कारोबारी अजय गुप्ता और उनके बहनोई अनिल गुप्ता को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपी बीते शनिवार से सुद्धोवाला स्थित जेल में बंद हैं। शनिवार रात जेल में पहुंचते ही कुछ घंटे बाद डीएम सोनिका और एसएसपी अजय सिंह ने जेल परिसर में अचानक छापा मारा। वहां पर यह भी चेक किया गया कि गुप्ता जीजा साले को कोई स्पेशल ट्रीटमेंट तो नहीं मिल रहा है। जेल प्रबंधन भी इस मामले में कतई ढिलाई नहीं बरत रहा है।
ये बढ़ी धाराएं
अब तक पुलिस ने दोनों आरोपियों की धारा 306 (आत्महत्या के दुष्प्रेरित करने) के तहत न्यायिक रिमांड ली हुई थी।एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक अब तक की जांच में आरोपियों के कुछ अन्य कृत्य भी सामने आए। इसके तहत दोनों के खिलाफ फर्जीवाड़े की धारा 420 और जबरन वसूली की धारा 385 बढ़ाई गई हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों ने सहारनपुर पुलिस के जरिए दबाव बनाकर कारोबारी से प्रोजेक्ट अपने पक्ष में कराने की अपील की। वहीं प्रोजेक्ट में एक खाते से गलत धन भी जमा कराया। जिस पर ऑडिट टीम की आपत्ति लगी। पुलिस जल्द दोनों आरोपियों की रिमांड में यह दोनों धाराएं भी जुड़वा लेगी। यह धाराएं बाबा साहनी की तरफ सुसाइड से पहली दिए गए शिकायत पत्र के आधार पर जोड़ी गई हैं।
स्थानीय पुलिस एवं एलआईयू की टीम ने
डालनवाला स्थित अजय गुप्ता के आवास से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही करते हुए आवास में लगे समस्त सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर को विवेचना के लिए पुलिस ने अपने कब्जे में लिया साथ ही आवास में नियुक्त कर्मचारियों से पूछताछ करते हुए उनके बयान दर्ज किए गए
त्रिवेंद्र सरकार मैं बोलती थी गुप्ता की तूती
त्रिवेंद्र रावत के दम पर उत्तराखंड पर गुप्ता बंधु राज करना चाहते। सरेआम दिनदहाड़े राजपुर रोड पर एसएसपी के बंगले के बराबर में भूकंप की सेसमिक प्लेट के ऊपर पूरा पहाड़ खोद डाला था जब शिकायत हुई तो आनन फानन मैं जिला प्रशासन को कार्यवाही करनी पड़ीं।
कई देशों मैं गुप्ता बंधुओ पर है बैन
दुनिया के सबसे बड़े करप्शन को साउथ अफ़्रीका में अंजाम देकर पूरा देश हिला देने वाले गुप्ता बंधुओं ने रातों रात कई हज़ार करोड़ दुबई पहुँचा दिये थे। साउथ अफ़्रीका छोड़ने की खबर अचानक समय से पहले सरकार को मिल गई तो उन्होंने इनका घर घेर लिया और घर पर मौजूद भाई और भतीजे को गिरफ़्तार कर लिया था उसके बाद वो वही गिरफ्तार हुए और इसी दौरान दुनिया के सबसे बड़े करप्शन पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस की अध्यक्षता में जोंडो आयोग बनाया गया जिसका नाम रखा कमीशन ऑफ़ इनक्वायरी “स्टेट कैप्चर” दिया गया।