
देहरादून। रजिस्टर कार्यालय में अभिलेखों से हुई छेड़छाड़ एवं करोड़ों रुपए की जमीनों का फर्जीवाड़ा करने वाला माखन सिंह और उसके गैंग में शामिल साथियों को पुलिस ने जेल भेजा था मगर अब अब शहर में हुए और फर्जीवाड़े निकलकर सामने आने लगे जिसमें माखन सिंह व कामयाब गैंग की मुश्किल बढ़ती नजर आ रही है आपको बता दें कि कोतवाली पटेल नगर ने एसएसपी के आदेश पर इन गैंग के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कर लिया है जानकारी के अनुसार वादिनी शीतल कोर् ने एसएसपी को एक प्राथना पत्र देकर बताया कि मैरी पुश्तैनी जमीन शिमला बाईपास चौक पर है जिसमें लीची का बाग भी है उक्त जमीन मेरे पिताजी स्वर्गीय साधू सिंह ने लगभग 75 साल पहले खरीदी थी जिस पर हम आज काबिज है एवं मुझे ज्ञात हुआ था कि किसी ने हमारी जमीन की एक फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बना ली है जो की तहसील नकुल जिला सहारनपुर में बनवाई गई जबकि हमारा या हमारे परिवार का तहसील नकुल जिला सहारनपुर से ना तो कोई संबंध रहा और ना ही कभी हम वहां गए पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी से हमारी जमीन की किसी अन्य व्यक्तियों को रजिस्ट्री की गईजिसका खिलाफ मेरी माता जी ने सहारनपुर में इन आरोपियों के खिलाफ एक फिर दर्ज कराई कराई गई पुलिस जांच में नकुड के रहने वाले केपी सिंह का नाम सामने आया जो एक बड़ा गिरोह है जिसका काम फर्जीवाड़ा कर जमीनों को कब्ज़ा करने व बेचने का काम किया जाता है एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने प्रार्थना पत्र लेकर जांच के लिए भेजो जांच के दौरान वादिनी के लगाए गए आरोप सत्य पाए गए एसएसपी सभी आरोपियों केपी सिंह, शाहनवाज गोरी, इमरान बलवीर सिंह, सुखविंदर सिंह, दलीप सिंह, भजन सिंह उर्फ हरभजन सिंह, कुलवंत सिंह, गुरप्रीत सिंह, प्रकाश सिंह, कुलबीर सिंह, तरुण कुमार रविंद्र सिंह, चाप सिंह, रवि कोहली शमशाद अली, समीर कामयाब, किशन कुमार कश्यप, मधुबाला पीशोरीलाल, खिलाफ कोतवाली पटेल नगर को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया