पहले बनाया 11 बीघा भूमि मै मजार फिर प्लॉटिंग कर बेच दी सरकारी भूमि
3 बीघा ग्राम समाज व 8 बीघा पट्टे की भूमि का मामला
तहसील विकासनगर को बार बार सूचित कर की कार्यवाही की मांग कार्यवाही जीरो
देहरादून: शहर में भूमाफियाओं के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, जो सरकारी और निजी भूमि पर फर्जी रजिस्ट्री के जरिए अवैध कब्जा कर रहा था। यह गिरोह, जिसमें कई सफेदपोश लोग भी शामिल हैं, ये भूमाफिया पहले सरकारी भूमि पर मजार तामीर करते है फिर प्लॉटिंग कर 100 रुपए के स्टांप पर बेच देते है बनफूलपुरा से हटकर अब सेलाकुई में अपनी गतिविधियां फैला रहा है। मुख्य आरोपी हाजी मुकर्रम पर आरोप है कि वह 100 रुपये के स्टांप पेपर पर अनुबंध कर सरकारी भूमि पर कब्जा दिला रहा है।
तहसील विकासनगर की चुप्पी पर सवाल
गिरोह के खिलाफ कई स्पष्ट साक्ष्य होने के बावजूद तहसील विकासनगर द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे एसडीएम की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। लगभग 2 माह से लगातार उपजिलाधिकारी विकासनगर को पूरे प्रकरण से अवगत कराया जा रहा है बात होने पर कार्यवाही का आश्वासन दिया जाता है मगर कार्यवाही के नाम पर आजतक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं जा पाया।
स्टिंग ऑपरेशन से हुआ खुलासा
स्टिंग ऑपरेशन के दौरान गिरोह के मुखिया हाजी मुकर्रम व सदस्य खुशरेज उर्फ भूरा उर्फ अली ने खुलासा किया कि वह सरकारी और निजी जमीनों पर अवैध कब्जा दिलाने के बदले बड़ी रकम वसूलता है। उसने यह भी बताया कि विकासनगर तहसील में उनकी “सेटिंग” है, जिससे वह फर्जी रजिस्ट्री के जरिए कब्जा दिलाने का काम कर रहा था।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में और क्या कदम उठाता है और भूमाफियाओं के इस गिरोह पर क्या सख्त कार्रवाई की जाती है।