देहरादून। वाहनो का फर्जी इन्श्योरेंस करने वाले आरोपी को दुन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वाहन स्वामियो व चालको से इन्श्योरेंस कराने के एवज में अधिक पैसे लेकर उन्हें फर्जी इन्श्योरेंस के कागज थमाकर ठगी करता था। पूर्व में भी कई अन्य इन्श्योरेंस कंपनियों में काम करने के दौरान बनाये थे फर्जी इन्श्योरेंस की जानकारी पुलिस को मिली है।
मौ. अकरम पुत्र अब्दुल रसीद, निवासी रामपुर कला ने एक लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमे उसने बाताया कि उन्होंने अपने छोटा हाथी वाहन जिसका नम्बर यूके 9सीए 0407 का इन्श्योरेंस इफकों एण्ड टोकियो जनरल इन्योरेंस लिमिटेड से गत 31 मई 2024 को एजेन्ट नदीम से करवाया था और नदीम ने इन्श्योरेंस करने के लिए उससे 18,036 रुपये लिए और एक इन्श्योरेंस प्रमाण पत्र दिया गया, जिस पर उन्हें संन्देह है कि वह फर्जी है। मामले जांच के दौरान प्रकाश मे आया कि नदीम के दिये गये इन्श्योरेंस मे कूटरचना कर अनुचित लाभ प्राप्त किया गया है जिस पर नदीम के खिलाफ थाना सेलाकुई में ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया।
मामले के खुलासे के लिए थाना सेलाकुई पर पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने प्रकरण में साक्ष्य संकलन करते हुए इन्श्योरेंस इफकों एण्ड टोकियो जनरल इन्योरेंस लिमिटेड से सम्पर्क कर नदीम के किये गये फर्जीवाडे के सम्बंध मे अभिलेख प्राप्त किये गये, अभिलेखों के अवलोकन से स्पष्ट हुआ कि नदीम ने वादी को जो इन्श्योरेंस दिये गये है उनमे 18000 रुपये की धनराशि दर्शायी गयी है, जबकि इन्श्योरेंस इफकों एण्ड टोकियो जनरल इन्योरेंस लिमिटेड से प्राप्त किये गये प्रमाणित इन्श्योरेस अभिलेखो में इन्श्योरेंस की धनराशि 3536 रुपये अंकित है, जिससे स्थिति स्पष्ट होने पर आरोपी से पूछताछ गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से घटना प्रयुक्त लेपटाप, प्रिंटर, माऊस, दो मोबाईल फोन बरामद किये गये।
पूछताछ मे उसने बताया गया कि वह टिमली मे एक सीएससी सैन्टर चलाता है। इन्श्योरेंस इफकों एण्ड टोकियो जनरल इन्योरेंस लिमिटेड में आनलाईन टेस्ट कम्पलीट करने के बाद कम्पनी से लिंक प्राप्त किया गया था, जिसके माध्यम से वह वाहनो के इन्श्योरेंस करता था। आरोपी ज्यादा पैसा कमाने के लालच में धोखाधड़ी कर कम्पनी के दिये गये लिंक की कापी कर उसमे एडिडिटिंग कर विभिन्न वाहन स्वमियो से इन्श्योरेंस के अधिक पैसे लेता था और कम्पनी को मात्र वाहन वैल्यू के हिसाब से ही इन्श्योरेंस कर कम पैसे देता था। आरोपी को एक इन्शयोरेंस पर करीब 15000 रुपये मिलते थे, आरोपी के पास से पुलिस को पिछले दो माह की डिटेल प्राप्त हुई जिसमें आरोपी ने कुल 12 वाहनो स्वामियों धोखाधड़ी कर 10,00,000 रुपये कमाए है।