देहरादून। फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों से ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी में एकाउण्ट आॅफिसर की नियुक्ति पाने वाले के शुभम पोद्दार खिलाफ ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार अरविंद धर की तहरीर पर थाना क्लेमन्टाउन में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार अरविंद धर ने थाना क्लेमेण्टाउन में तहरीर देते हुए बताया कि शुभम पोद्दार, पुत्र विमल कुमार पोदार मूल निवासी पोद्दार रोड, पोद्दार हवेली, पिसाइ झुनझुनू, राजस्थान, हाल निवासी 24 न्यू कॉलोनी, स्मिथ नगर, प्रेमनगर ने गत 16 अप्रैल 2018 को ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में एकाउण्ट ऑफिसर के लिए दिये गये एप्लिकेशन फार्म जमा किया जिसमें अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक बतायी गयी। जिसमें हाई स्कूल व इण्टर सीबीएसई बोर्ड से कमशः 2007 व 2009 में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करना बताया गया। जबकि स्नातक डीयू व इग्नू से वर्ष 2012 में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करना बताया गया था, अन्य योग्यता में आसीएआई 2015 में किया जाना बताया गया। इसके अतिरिक्त अन्य अनुभव सम्बन्धी जानकारी भी इस प्राथर्ना पत्र में उल्लेखित की गई थी। विगत समय में शुभम पोद्दार के विरूद्ध विश्वविद्यालय स्तर पर कतिपय आरोपों के सम्बन्ध में जांच की गई। जांच के दौरान कुछ ऐसे तथ्य प्रकाश में आये जो जांच की विषयवस्तु नहीं थे परन्तु विश्वविद्यालय स्तर के लिए आवश्यक थे, जिनमें से किसी एक शिकायतकर्ता ने यह अवगत कराया कि शुभम पोद्दार 2012 में स्नातक था ही नहीं इस सम्बन्ध में जब जानकारी प्राप्त की गई। यह प्रथम जांच में पाया गया कि शुभम पोद्दार वर्ष 2012 में स्नातक नहीं थे तथा उन्होंने अपने स्नातक होने के सम्बन्ध में जो दस्तावेज व मार्कशीट इग्नू से निर्गत को संलग्न किया गया था वह कूटरचित है। इस प्रकार सर्विस एप्लिकेशन फार्म में पोद्दार की दी गयी जानकारियां असत्य होने के साथ-साथ दस्तावेज फर्जी व कूटरचित हैं, जिस कारण पोद्दार ने एकाउण्ट ऑफिसर के पद पर बिना योग्यता के विश्वविद्यालय के साथ धोखा कर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर पद प्राप्त किया। जिसके बाद आरोपी शुभम पोद्दार के खिलाफ पुलिस ने मुुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।