नई दिल्ली । राजधानी के नांगलोई क्षेत्र में ताजिया निकलने के दौरान पथराव हो गया। शनिवार को ताजिया निकलने के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। इस दौरान पुलिस की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। खबर है कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने पथराव की घटना को अंजाम दिया। पथराव की घटना में 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि इलाके में अभी शांति बनी हुई है।
कैसे शुरू हुआ पथराव
घटना के बारे में दिल्ली पुलिस के डीसीपी (बाहरी दिल्ली) हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नांगलोई में ताजिये का जुलूस निकल रहा था। इसमें करीब 8 से 10 हजार लोग मौजूद थे। ताजिये के साथ उनके आयोजनकर्ता भी यहां से गुजर रहे थे। एक दो आयोजनकर्ता पुलिस पर भड़क गए। डीसीपी ने कहा कि ताजिये का जो रूट पहले से तय था उससे अलग जाना चाह रहे थे। इस पर पुलिस की तरफ से मना किया गया। इसके बाद जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। इसके बाद पुलिस को शांति बनाए रखने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
नांगलोई थाने के एसएचओ प्रभु दयाल के बयान पर तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें हिंसा और आगजनी से लेकर तमाम धाराएं लगाई गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने IPC की धाराओं- 147, 148, 149, 151, 152, 153, 186, 323, 324, 332, 353, 307, 427 के तहत मुकदमे दर्ज किए हैं। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि उपद्रवियों को दबोचा जा सके। एक FIR में SHO ने बताया है कि जुलूस में शामिल कुछ लोग अलग रूट से जाने लगे। उन्हें पुलिस ने रोकना चाहा तो धक्का-मुक्की हो गई। पुलिस के अनुसार, ये लोग सूरजमल स्टेडियम के भीतर जाना चाहते थे मगर वहां की परमिशन नहीं थी। FIR में कहा गया है कि 6-7 ठेलों पर ताजिया लेकर आए लोग भीड़ को भीतर जाने के लिए उकसाने लगे। इनमें से कुछ के हाथ में तलवार, चाकू, लोहे के रॉड जैसे हथियार थे। पुलिस ने मना किया तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया।