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कांग्रेसी नेता गुलजार व पूर्व जिलापंचायत सदस्य कमरूद्दीन सहित सात पर धोखाधड़ी के तीन मुकदमें एक साथ दर्ज

ब्यूरो रिपोर्ट देहरादून

विकासनगर,। धोखाधड़ी करते हुए फर्जी तरीके से दस्तावेजों की कूटरचना कर षडयंत्र करते हुए दूसरे की भूमि को अपनी दिखाकर नेशनल हाईवे से मिलने वाले करोड़ों रुपए का मुआवजा लेने के चक्कर में कोर्ट के आदेश के बाद पटवारी और तीन नेताओं सहित सात पर तीन पीडितों की शिकायत पर तीन अलग अलग मुकदमें शहर कोतवाली देहरादून में दर्ज किए गए है।

उल्लेखनीय है कि हसनपुर निवासी जेद रफी अंसारी, विकासनगर निवासी जुनैद और शंकरपुर कैंचीवाला निवासी शिवराम ने थाना कोतवाली स्तर पर तीन अलग-अलग शिकायतों में कोई कार्रवाई न होने के बाद 19 मार्च को एसएसपी देहरादून को शिकायत की थी। आरोपियों की ऊंची पहुंच के चलते जिस पर कोई कार्रवाई ना होती देख न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया। शिकायत में बताया गया था कि बुड्ढी निवासी कांग्रेस में पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गुलजार अहमद, सभावाला निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य कमरुद्दीन और पूर्व ग्राम प्रधान राजेंद्र, पूर्व ब्लाक प्रमुख, सभावाला निवासी कुंदन सिंह, हिंदूवाला निवासी इस्लाम ,शाहिद ने पटवारी से मिली भगत कर पीड़ितों की जमीन अधिग्रहण का नेशनल हाईवे अर्थोरिटी से मिलने वाला करोड़ों रुपए का मुआवजा हड़पने के चक्कर में कूटरचित दस्तावेज तैयार कराए और क्षेत्रीय पटवारी डिंपल सिंह से मिलीभगत कर झूठे दस्तावेजों को आधार बनाकर आरोपियों ने अपने पक्ष में रिपोर्ट लगवा कर एसएलओ ऑफिस देहरादून को दिए जिससे मुआवजे की करोड़ों रुपए की रकम असली हकदार को ना मिलकर उनके खाते में आ जाए जिसकी जांच एसआईटी ने की गई तो जमीन असली हकदारों के ही नाम की रिपोर्ट लगाई गई।

सीजेएम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने के बाद कोर्ट ने पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए जिस पर सीओ सिटी ने बताया गया कि न्यायालय के आदेश के बाद सभी आरोपियों के विरुद्ध तीन अलग-अलग मुकदमे आईपीसी की धारा 120-बी,177, 182, 420 के अंतर्गत पंजीकृत कर पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी गयी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में भी मार्च 2024 को जेद रफी अंसारी की शिकायत पर विकासनगर कोर्ट के आदेश के बाद गुलजार अहमद कमरुद्दीन और राजेंद्र सहित कुछ अन्य लोगों पर सहसपुर थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमे पंजीकृत है जिसकी अभी जांच प्रचलित है।

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