देहरादून। विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती एवं परीक्षा बोर्ड को लेकर अंतिम निर्णय राज्य कैबिनेट लेगी। इसके लिये विद्यालयी शिक्षा विभाग शीघ्र ही आगामी कैबिनेट में प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा। राज्य के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को आधुनिक तकनीकी से लैस करने के साथ ही पांच डायटों को स्मार्ट डायट के रूप में विकसित किया जाएगा।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास पर विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के संचालन, परीक्षा बोर्ड, शिक्षकों की स्थिति एवं छात्र संख्या व पाठ्यक्रम को लेकर विस्तृत चर्चा की। जिसके उपरांत निर्णय लिया गया कि शिक्षा विभाग राज्य में संचालित 189 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के संचालन को लेकर आगामी कैबिनेट में प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा। इस संबंध में राज्य कैबिनेट द्वारा जो निर्णय लिया जायेगा उसी को विभाग लागू करेगा। बता दें कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के बोर्ड परीक्षा परिणाम, परीक्षा शुल्क, पाठ्यक्रम का माध्यम, शिक्षकों की तैनाती तथा अन्य बिन्दुओं को लेकर विभागीय अधिकारियों, शिक्षक संगठनों व अभिभावकों में तरह-तरह की चर्चाएं समाने आई हैं। इसी के मध्यनज़र विभाग ने इन विद्यालयों के संचालन को लेकर निर्णय राज्य कैबिनेट के ऊपर छोड दिया है, पूर्व में उक्त विद्यालयों की स्थापना का निर्णय भी राज्य कैबिनेट के द्वारा ही लिया गया था। विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि शिक्षकों बेहतर प्रशिक्षण देने के लिये प्रदेश में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट्स) को आधुनिक एवं तकनीकी से लैस किया जाएगा। जिसके तहत प्रथम चरण में सूबे के पांच डायट्स को स्मार्ट डायट बनाया जाएगा। बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव रंजना राजगुरू, योगेन्द्र यादव, एम.एम. सेमवाल, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, निदेशक बेसिक आर.के. उनियाल, अनु सचिव विकास श्रीवास्तव, अपर निदेशक महावीर बिष्ट आदि विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।