रामनगर। बाघ के हमले में गुरुवार को हुई महिला की मौत तथा कई लोगों के घायल होने से गुस्साए ग्रामीणों ने शुक्रवार को तराई पश्चिमी वन प्रभाग कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए हमलावर बाघ को पकड़ने की मांग की। हादसे का शिकार हुई महिला के पोस्टमार्टम के बाद गुस्साए ग्रामीण शुक्रवार सुबह पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में वन परिसर स्थित डीएफओ कार्यालय पहुंच गए। जहां वन विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर आयोजित सूक्ष्म सभा में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तराई पश्चिमी वन प्रभाग की आमपोखरा रेंज में हमलावर बाघ का आतंक फैला हुआ है। पिछले एक माह में लगभग सात-आठ लोगों पर बाघ ने हमला कर घायल कर दिया है। कल भी घास काट रही एक महिला पर बाघ ने हमला कर मार दिया गया है। परन्तु विभाग चुप्पी साधे हुये है। बाघ को पकड़ने की कोई कोशिश विभाग ने नहीं की है। बाघ अभी भी आबादी के आसपास घूम रहा है।
इस मौके पर ग्रामीणों ने डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में बाघ को अतिशीघ्र आदम खोर घोषित कर पकड़ने, मृतक पूजा के परिजनों को 25 लाख का मुआवजा व पूजा के परिवार के किसी एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने की मांग करते हुए कहा कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुयी तो वह जनता के साथ मिलकर उग्र आन्दोलन को बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
मौके पर डीएफओ प्रकाश आर्य ने लोगों को शांत करते हुए बाघ पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जाने की जानकारी देते हुए कहा कि बाघ को बेहोश करने के लिए ट्रेंक्यूलाइज करने की अनुमति मांगी गई है। जल्द ही हमलावर बाघ को पकड़ लिया जाएगा। डीएफओ के आश्वासन पर ग्रामीणों ने कल शाम तक हमलावर बाघ को पकड़े जाने की मोहलत देते हुए जब तक हमलावर बाघ नहीं पकड़ा जाता तब तक इलाके में सुरक्षा गश्त बढ़ाने की मांग की है। इस दौरान ग्राम प्रधान सुरेंद्र सिंह बिष्ट, युवा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता फैजुल हक, आनंद रावत, छात्र संघ सचिव चेतन पंत, बीडीसी मुन्ना सिंह, सभासद तनुज दुर्गापाल, सुमित लोहनी, ललित उप्रेती सहित तमाम लोग मौजूद रहे।