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चारधाम में हुई मौतों का होगा डैथ ऑडिटः स्वास्थ्य सचिव

बोले: श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हमने 12 भाषाओं में जारी की एसओपी

चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं पर लगातार नज़र रखे हुए यात्रा प्रभारी सचिव

देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर सरकार हर विभाग के साथ सामंजस बनाकर यात्रियों को सहूलियत देने की बात तो कर रही है, लेकिन अभी भी कई जगहों पर हालात बेहद खराब हैं। हरिद्वार और ऋषिकेश में दो-तीन दिनों से अपनी बारी का इंतजार कर रहे श्रद्धालु लगातार इस इंतजार में हैं कि कब उनको चारधाम यात्रा पर भेजा जाएगा।
18 मई तक उत्तराखंड में 10 से अधिक मौत चारधाम यात्रा पर हो गई थीं। उसके बाद सही आंकड़ा अब तक सामने नहीं आ पाया है। दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारी को और अधिक तेज करके अब आने वाले श्रद्धालुओं की न केवल स्क्रीनिंग शुरू की है, बल्कि विभाग ने एक नई गाइडलाइन और पल-पल की जानकारी श्रद्धालुओं तक साझा करने के लिए कई तरह की सूचनाएं पब्लिक डोमेन में डालनी शुरू कर दी हैं।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को सरकार हमेशा से ही यह कहती रही है कि जिन श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और जो अधिक बुजुर्ग हैं, वह अपना स्वास्थ्य का परीक्षण करके ही उत्तराखंड आएं। लेकिन कई बार श्रद्धालु इन बातों की परवाह किए बगैर उत्तराखंड का रुख कर लेते हैं। लेकिन अब उत्तराखंड आने वाले तमाम श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है। स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कहा है कि हमने अब तक डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के स्क्रीनिंग करवाई है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। राजेश कुमार की मानें तो आने वाले श्रद्धालुओं को हम लगातार सहूलियत देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उत्तराखंड के चारधाम यात्रा पर जिन श्रद्धालुओं की मौत हुई है, उनका पूरी तरह से पोस्टमार्टम किया जा रहा है। राजेश कुमार ने कहा कि हम तमाम मौतों का ऑडिट भी करवाएंगे।
बताया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा इन दो दिनों में और बढ़ा है, लेकिन अधिकारी अभी सटीक आंकड़ा बताने में सक्षम नहीं हैं। राजेश कुमार की मानें तो हमने लगभग 12 भाषाओं में एक एसओपी जारी की है। ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई भी दिक्कत ना आए। श्रद्धालु जिस किसी भी स्टेट या जिस किसी भी लैंग्वेज को जानता है, उस लैंग्वेज में हम श्रद्धालुओं को समझा रहे हैं। हमारे कर्मचारी बात भी लगे हुए हैं। हम यह कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी तरह की कोई दिक्कत अब चारधाम यात्रा पर आए यात्रियों को ना हो।
स्वास्थ्य सचिव राजेश कुमार का कहना है कि हमें पॉजिटिव बातों पर फिलहाल ध्यान देना है। आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की अफवाह से कोई नुकसान ना हो, इस बात का भी हमें ध्यान देना होगा। इसलिए हम लगातार आम जनता का भी सहयोग इसमें मांग रहे हैं। राजेश कुमार ने कहा कि सभी आने वाले श्रद्धालुओं की हिफाजत करना राज्य सरकार का कर्तव्य है। हम दिन-रात इसी कोशिश में लगे हुए हैं। स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि सभी मृतकों का ऑडिट किया जाएगा।


यात्रा मार्ग पर बढ़ते दबाव के चलते श्रद्धालुओ को भेजा जा रहा है करातबद्ध
रूद्रप्रयाग। श्री केदारधाम यात्रा पर आये श्रद्धालुओं के बढ़ते दबाव के चलते अब पुलिस द्वारा उनको कतारबद्ध तरीके से भेजा जा रहा है। जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
बता दें कि श्री केदारनाथ धाम के लिए अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, गत दिवस रिकार्ड 38 हजार से अधिक संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे हैं और कपाट खुलने से आज तक की स्थिति में साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं। श्री केदारनाथ धाम हेतु आ रहे श्रद्धालुओं एवं यात्री वाहनों का दबाव सोनप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत पड़ रहा है। ऐसे में सोनप्रयाग तक पहुंचे श्रद्धालुओं को पुलिस के स्तर से कतारबद्ध कराते हुए सोनप्रयाग शटल पार्किंग तक भिजवाया जा रहा है। इस दौरान पुलिस ने श्रद्धालुओं की कुशलक्षेम पूछकर हौसला अफजाई की जा रही है।

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