सेलाकुई में झोपडियों में लगाई गई थी आग, सामने आई सीसीटीवी फुटेज
देहरादून। उत्तराखण्ड में सबसे तेजतर्रा एसएसपी अजय सिंह की कार्यप्रणाली से अपराधियों में खौफ है। अपराधी कितनी भी चालाकी से अपराध को अंजाम देते हों लेकर एसएसपी देहरादून के तर्जुबे के सामने मात खा ही जाते है। जिसका ताजा उदाहरण सेलाकुई क्षेत्रान्तर्गत भाऊवाला सुन्दवन के पास झुग्गी झोपड़ियों में शातिर तरीके से आग लगाने वालें एसएसपी की नज़र में आ ही गई जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सेलाकुई क्षेत्रान्तर्गत भाऊवाला सुन्दरवन के पास झुग्गी झोपडियों में आग लगने की घटना घटित हुई, जिसमें आग की चपेट में आने से लगभग 50 से 55 झुग्गी झोपडियां जलकर राख हो गयी थी। यह झुग्गी झोपडियां सुन्दरवन क्षेत्र में एक प्राईवेट प्लाट पर बनी हुई थीं, जहां 2 वर्ष पूर्व वर्ष 2022 में भी इसी प्रकार आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें भी लगभग 40 से 45 झुग्गी झोपडियां जल गई थी। 2 वर्ष के अन्तराल में एक ही स्थान पर घटित इन दोनो घटनाओं पर संदिग्धता प्रतीत होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आग लगने के कारणों से जुडे सभी सम्भावित पहलुओं पर विस्तृत जांच के आदेश दिये गये। जिस पर पुलिस ने घटना स्थल व आस-पास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक करने पर पुलिस टीम को आग लगने की घटना से पूर्व झुग्गी झोपडियों के आस-पास एक संदिग्ध कार घूमती हुई दिखाई दी, जो थोडे-थोडे अन्तराल पर 2 से 3 बार घटना स्थल के आस-पास आकर रूकी थी, इस दौरान कार की अगली सीट पर बैठे व्यक्ति ने कार से उतरकर पास की झोपडी के एक किनारे पर आग लगाये जाने की फुटेज पुलिस को प्राप्त हुई तथा इस कार के घटना स्थल से निकलते ही कार के पास बनी एक झोपडी ने अचानक आग पकड़ ली, जिसने आस-पास की अन्य झोपडियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। घटना में जमीनी विवाद या अनाधिकृत कब्जा को खाली कराने की साजिश हो सकती है प्राप्त सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एसएसपी ने तत्काल संदिग्धों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिये, जिस पर पुलिस ने थाना सेलाकुई पर अज्ञात के विरूद्ध धारा 436 भादवि का मुकदमा पंजीकृत किया है।