मांग कर करते है रैकी, रात को देते है घटना को अंजाम
देहरादून। दून पूलिस ने थाना रानीपोखरी क्षेत्र व थाना डोईवाला क्षेत्र में हुई चार चोरियों का खुलासा किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी किए गए चोरी के सोने चांदी के आभूषण व नगदी बरामद की है। पुलिस ने चोरी को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
हरीश मोहन डबराल ने उनके घर मे घुसकर अलमारी के लॉकर से चांदी व सोने के आभूषण और नकदी आदि चोरी किये जाने के सम्बन्ध मे दी गयी तहरीर दी, दूसरी तहरीर प्रदीप कुमार बड़थ्वाल ने घर का अज्ञात चोरो के ताला तोडकर घर मे रखे 70 हजार रूपये नगद व सोने व चाँदी के अभूषण तथा एक मोबाइल फोन चोरी किये जाने के सम्बन्ध मंे दी, सुमन प्रकाश ने घर से नगदी व सोने व चाँदी के जेवरात आदि चोरी किये जाने पर तहरीर दी तथा दिनेश कुमार ने उनके घर पर अज्ञात चोरों के ज्वैलरी व 20 हजार रुपये नगद व अन्य सामान चोरी करने की तहरीर दी जिसक पर थाना रानीपोखरी व डोईवाला में चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया।
कोतवाली डोईवाला तथा थाना रानीपोखरी की संयुक्त पुलिस टीमों का गठन कर उन्हें कडे दिशा-निर्देश निर्गत किये गये। गठित पुलिस टीम ने सर्वप्रथम इस प्रकार के अभियोगों मे पूर्व में सलिप्त रहे तथा जेल गये अभियुक्तो की वर्तमान स्थिती के लिए सत्यापन अभियान चलाया गया, साथ ही घटना स्थलों का मुआयना कर उनके आस-पास लगे लगभग 500 से 600 सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का बारीकी से निरीक्षण किया, इसके साथ ही मैनुअल पुलिसिंग की सहायता से सुरागरसी-पतारसी करते हुए स्थानीय मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया। इसके अतिरिक्त सभी थाना क्षेत्रो मे लगातार सघन चैकिंग अभियान चलाया गया। पुलिस टीम के किये जा रहे निरन्तर प्रयासों के परिणाम स्वरूप जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट के निकट भूमिया मन्दिर के पास से मुखबिर खास की सूचना के आधार पर संयुक्त पुलिस टीम ने सघन चैकिंग अभियान के दौरान चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों रोहित उर्फ पिलीया, अजय, नौशाद नाथ, रचित नाथ व अल बख्श को चोरी किये गये आभूषणों व नगदी के साथ गिरफ्तार किया। विवेचक ने अभियोग मे धारा 411 भादवि की वृद्धि की गयी।
पूछताछ करने पर गिरफ्तार चोरों ने बताया गया कि वे सभी सपेरा जाति के है, जिसमे 2 पथरी हरिद्वार एवं 3 सपेरा बस्ती भानियावाला के निवासी है। आरोपी स्थानीय निवासी सपेरे दिन मे जोगी व माँगने वालो का वेश धारण कर थाना रानीपोखरी व डोईवाला क्षेत्र व आस-पास के स्थानो मे घूम-घूमकर रैकी करते है, स्थानीय होने के कारण उन पर कोई शक भी नही करता है। घूम-घूमकर सुनसान इलाको के घरो एवं बन्द घरो को चिन्हित कर रात्रि के समय मौका देखकर चिन्हित घरो मे ताला तोडकर व सेध लगाकर चोरी की घटनाओ को अंजाम देते है ।