
उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से मची भारी तबाही
गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली में खीर गंगा नदी में विनाशकारी बाढ़ आई
बाढ़ के चलते 20 से 25 होटल व होमस्टे तबाह
मलबे में 40 से 50 लोगों के दबे होने की आशंका
बचाव व राहत कार्यो के लिए भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को बादल फटने की घटना से बाढ़ आ गई। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बादल फटने की सूचना मिली है, जहां जलस्तर बढ़ने से भारी नुकसान हुआ है।
गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली में खीर गंगा नदी में विनाशकारी बाढ़ आई। बाढ़ के चलते 20 से 25 होटल व होमस्टे तबाह हो गए हैं। स्थानीय लोगों से मिली सूचना के अनुसार, 40 से 50 लोग लापता। जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने धराली आपदा में चार लोगों की मौत होने की जानकारी दी है। स्थानीय राजेश पंवारका कहना है कि खीर गंगा के जल ग्रहण क्षेत्र में ऊपर कहीं बादल फटा, जिस कारण यह विनाशकारी बाढ़ आई है। बाढ़ से लोगों में दहशत का माहौल है। भारतीय सेना की आईबेक्स ब्रिगेड के जवानों को तुरंत तैनात किया गया है। उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल के समीप खीरगाड़ क्षेत्र स्थित धाराली गांव में भीषण भूस्खलन हुआ। मलबे और पानी का तेज बहाव गांव तक पहुंच गया, जिससे हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही सेना की आइबेक्स ब्रिगेड के जवानों को मौके पर रवाना किया गया। जनसंपर्क अधिकारी ले कर्नल मनीष श्रीवास्तव के अनुसार सेना की टुकड़ी ने प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। अब तक हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन और सेना की टीमें मौके पर डटी हुई हैं। संकट की इस घड़ी में सेना हरसंभव मदद को तैयार है। उत्तरकाशी में एयर रेस्क्यू के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने भारतीय वायु सेना को पत्र भेजा है और दो एमआई 17 और एक चिनूक हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जाएगा।
देवभूमि उत्तराखंड में बीते दिन से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना सामने आई है. यहां धराली में भीषण नुकसान हुआ है। मलबे के सैलाब में कई लोग दबे हैं। मौसम विभाग की ओर से लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है. उत्तराखंड में बीते दिन से भारी बारिश से लोगों के लिए खासा मुसीबत भरे दिन और रात गुजर रहे हैं। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश देखने को मिल रही है।
तबाही में 4 लोगों की मौतों की हुई पुष्टि
उत्तरकाशी। भारी बारिश से तबाही मची है। धराली गांव के पास खीर गंगा नदी में आया उफान। कई लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना। 4 लोगों की मौत की अधिकारिक पुष्टि हुई है। अचानक पानी आने की पहाड़ से मलबा आया जिस वजह से हालात बिगड़े गए। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य मौके के लिए रवाना हो गए हैं। राहत बचाव टीम मौके पर पहुंची है।
धराली में बादल फटने की घटना पर पीएम मोदी और गृह मंत्री ने जताया दुख
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने इस आपदा में जन-धन की हानि पर संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित परिवारों के प्रति सहानुभूति जताई है।
पीएम मोदी ने भी हादसे पर संवेदना प्रकट की है। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धमी से हालातों के बारे में जानकारी ली। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने सीएम धामी से की बात
उत्तरकाशी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से धराली (उत्तरकाशी) क्षेत्र में बादल फटने से हुए भारी नुकसान पर बात की है। आईटीबीपी और एनडीआरएफ दोनों टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
बाढ़ के चलते धराली बाजार को भारी नुकसान पहुंचा है चारों ओर केवल बाढ़ के साथ आया मलबा नजर आ रहा है। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। बाढ़ के चलते खीर गंगा के तट पर स्थित प्राचीन कल्प केदार मंदिर के भी मलबे में दबने सूचना है।
मुख्यमंत्री धामी ने बचाव कार्यों की जानकारी दी
उत्तरकाशी। सीएम पुष्कर सिंह धामी धामी ने बताया कि बचाव और राहत कार्यों के लिए जिला प्रशासन, भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा, ष्हम लोगों को बचाने और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद प्रदान करेगी।
सीएम धामी का आंध्र प्रदेश दौरा रद्द
उत्तरकाशी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तरकाशी धराली गांव में बादल फटने की घटना की पूरी जानकारी ली है। शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की है और हरसंभव केंद्रीय सहायता का आश्वासन दिया है। गृह मंत्री ने गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ व अन्य राहत एजेंसियों को तुरंत कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंध्र प्रदेश दौरा रद्द कर दिया है और वो शाम तक देहरादून पहुंच रहे हैं। सीएम लगातार आपदा प्रबंधन और संबंधित अधिकारियों के साथ वार्ता कर रहे हैं।

सैलाब बहा ले गया सब, 20 मीटर मलबे में दबे मकान, लोग
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में सुबह आई इस प्राकृतिक आपदा ने धराली बाजार को भारी नुकसान पहुंचाया है। तेज बहाव के चलते दुकानें, वाहन और स्थानीय ढांचे पानी में बह गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बाढ़ का मंजर इतना भयानक था कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही तबाही मच गई। पानी का बहाव इतना तेज था कि बड़े-बड़े पत्थर और मलबा भी बाजार क्षेत्र में घुस आया। कितने लोग इसमें बह गए, अभी कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है। सैलाब अपने साथ इतना मलबा लेकर आया कि दर्जनों घर, बाजार, वाहन और जो भी रास्ते में आया, सब बह गए। उसमें दब गए. अभी वहां केवल तबाही का मंजर है। अभी कितने लोग इस सैलाब में बह गए, मलबे में दबे हैं, इसका कोई भी आंकड़ा सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि करीब 20 मीटर ऊंचा मलबा वहां आकर जमा हो गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम से इस पूरी घटना की जानकारी ली है और हरसंभव मदद देने का आश्वासन भी दिया है। ताजा जानकारी के अनुसार, उत्तरकाशी में अब तक 24 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है।

मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भूधंसाव
हरिद्वार। लगातार हो रही बारिश के बाद अब जगह-जगह से नुकसान की खबरें आनी भी शुरू हो गई हैं। हरिद्वार के पैदल मनसा देवी मार्ग पर बीते देर रात दो जगह भूधंसाव की घटना सामने आई है। जानकारी देते हुए हरिद्वार के राजाजी नेशनल पार्क वार्डन अजय निगवाल ने बताया कि बीते देर रात जो दो जगह से मनसा देवी पैदल मार्ग पर भूधंसाव की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची और उसे वेरी गेट के माध्यम से ढक दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जल्दी ठीक करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिसके लिए कार्य किया जा रहा है, फिलहाल मार्ग पर टेंपरेरी वर्क किया जा रहा है। वहीं दूसरी और गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सुबह 6ः00 बजे गंगा खतरे के निशान पर बह रही थी तो वहीं 10 बजे के करीब खतरे के निशान से बढ़कर गंगा 293.10 मीटर पर रही। वही डेंजर लेवल की बात की जाए तो 294 मी डेंजर माना जाता है। लगातार बढ़ रहा गंगा का चलस्तर जिला प्रशासन हो या फिर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग दोनों के लिए चुनौती बना हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा आसपास के घाटों को खाली कर दिया गया है। आसपास के लगे गांव में भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।



