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सीएम धामी ने प्रयागराज महाकुंभ में गंगा में लगाई डुबकी
संतों ने यूसीसी के लिए किया सम्मान
सूर्य का अर्ध्य देकर प्रदेशवासियों के लिए कल्याण की कामना की
प्रयागराज। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रयागराज महाकुंभ में गंगा में पवित्र डुबकी लगाई। सीएम अपने पूरे परिवार के साथ रविवार को प्रयागराज पहुंचे थे। सोमवार सुबह उन्होंने गंगा के संगम पर महाकुंभ स्नान किया।
सीएम धामी ने अपनी माता जी को भी प्रयागराज महाकुंभ में स्नान कराया। इसके बाद उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा- आदिकाल से अध्यात्म, ज्ञान व आस्था के पवित्र संगम ‘महाकुंभ’ में डुबकी लगाकर भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया और प्रभु से समस्त प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की।
प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साधु संतों से भी मुलाकात की। संतों ने सीएम धामी को उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने पर सम्मानित भी किया। इस बारे में उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा- प्रयागराज में आयोजित ‘समानता के साथ समरसता’ कार्यक्रम में सम्मिलित होकर विभिन्न प्रदेशों से आए अतिथि जनों को संबोधित किया। इस अवसर पर पूज्य साधु-संतों और गुरुजनों का सानिध्य एवं आशीष भी प्राप्त हुआ।
यूसीसी महाकुंभ की तरह ही किसी से भेदभाव नहीं करता- सीएमरू देश में सबसे पहले उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू कराने के बाद महाकुंभ पहुंचे सीएम धामी ने कहा कि यूसीसी भी महाकुंभ की तरह लोगों के साथ कोई भेदभाव नहीं करता। कौन किस जाति का है, धर्म या संप्रदाय का है, इससे यह कानून परे है। सभी के साथ समान भाव रखता है। शादी के रजिस्ट्रेशन से लेकर तलाक तक, सबकुछ कोर्ट के आदेश पर ही हो सकेगा। बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं, सबको समान रूप से सम्मान और अधिकार दिए गए हैं।
समरसता सम्मेलन में बोले धामी, समान नागरिक संहिता देवभूमि से पूरे देश को देगा लाभ
प्रयागराज। सीएम संत समाज की ओर से आयोजित समरसता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में देश के सभी राज्यों से आए साधु-संन्यासियों का मैं देव भूमि उत्तराखंड के सेवक के रूप में हृदय से आभार और अभिनंदन करता हूं। आज त्रिवेणी की पवित्र भूमि पर महामंडलेश्वर कैलाशानंद के सानिध्य में संतों का जो आशीर्वाद मिला है, उससे मैं अभिभूत हूं। सीएम धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता देवभूमि उत्तराखंड से निकला है। अब पूरे देश को यह लाभ देगा। इससे समाज में व्याप्त असमानता को दूर करने का समय मिलेगा। एक सशस्त्र राष्ट्र के रूप में देश उभरेगा। समान नागरिक संहिता आने वाले समय में देश के प्रत्येक नागरिक को किसी ने किसी रूप में लाभ देगा। हमारे प्रधानमंत्री का जो एक भारत श्रेष्ठ भारत का संदेश है, उसे साकार करने में यूसीसी सहायक होगा। इसमें जो प्रावधान किए गए हैं, उसमें हमने बुजुर्गों की भी चिंता की है। उनकी सुरक्षा का भी ध्यान किया है। बच्चों की भविष्य की चिंता की है।
उत्तराखंड में 27 जनवरी को लागू हुआ था यूसीसी
प्रयागराज। गौरतलब है कि उत्तराखंड में 27 जनवरी 2025 से यूसीसी यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड (समान नागरिक संहिता) लागू हो चुकी है। राज्य में अब हर साल 27 जनवरी को यूसीसी दिवस के रूप में मनाने की सरकार ने घोषणा की है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को परिवार समेत संगम में डुबकी लगाई। वह उत्तराखंड मंडपम का निरीक्षण करने भी पहुंचे। यहां उन्होंने विभिन्न झांकियों, प्रतिकृतियों और आकृतियों का अवलोकन किया। बाबा नीब करौरी सरकार की प्रतिमा के बगल बैठकर फोटो भी खिंचवाई। संतों की ओर से सीएम को स्मृति चिन्ह भी दिया गया। सीएम रविवार को ही परिवार समेत महाकुंभ पहुंच गए थे।