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अन्तर्राज्जीय साइबर फ्राड गिरोह का दून पुलिस ने किया भंडाफोड़

गिरोह का अन्तर्राष्ट्रीय कनेक्शन आया सामने

देहरादून। दून पुलिस ने अन्तर्राज्जीय साइबर फ्राड गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जाँच में गिरोह का अन्तर्राष्ट्रीय कनेक्शन का पता चला है। पुलिस ने गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
एसएसपी अजय सिंह को गोपनीय माध्यम से राजपुर क्षेत्र आईटी पार्क के पास स्थित सायनोटेक बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालित हो रहा है। इस कॉल सेंटर के माध्यम से विदेशी लोगों को कॉल कर उनसे ठगी किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिस पर एसएसपी ने पुलिस अधीक्षक नगर तथा क्षेत्राधिकारी मसूरी के नेतृत्व में 2 अलग-अलग पुलिस टीमें गठित कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
गठित टीम ने गत रात्रि में राजपुर क्षेत्रान्तर्गत आईटी पार्क में अवैध कॉल सेन्टर ‘ग्लोबल टेक एनर्जी सॉल्यूशन’ पर दबिश दी गई तो मौके पर एक बडे हॉल मे लगभग 100 केबिन का एक कॉल सेन्टर का संचालन किया जा रहा था, जहां पर अलग-अलग कैबिनो में बैठे युवक व्य युवतियो ने सिस्टमो के माध्यम से कॉले अटैण्ड की जा रही थी, जो स्वंय को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग डिपार्टमेंट का प्रतिनिधि बताकर लोगो से उनके कम्पयूटर सिस्टम से हैकिंग हटाने के नाम पर उनके बैंक खातो की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। मौके पर पुलिस ने कॉल सेन्टर संचालित कर रहे 8 लोगो को हिरासत में लिया, जिनसे पूछताछ में उन्होंने अपना नाम मीहिर आश्विन भाई पटेल पुत्र आश्विन भाई पटेल, ललित उर्फ रोडी पुत्र अशोक कुमार , आमीर सुहेल पुत्र अब्दुल वाहब, मनोज मीरपुरी पुत्र चन्दू, अंकित सिंह पुत्र अशोक कुमार सिंह, कौशिक जाना पुत्र विकास जाना, शिवम दुबे पुत्र अश्विन कुमार दुबे व गोस्वामी हेत भारती पुत्र राजेश भाई बताया।
पूछताछ में मुख्य आरोपी मिहिर अश्वनी भाई व ललित उर्फ रोडी ने बताया कि ओह फर्जी कॉल सेन्टर संचालित कर रहे है, जिसमें वे लोग यूएसए व कनाडा के लोगो को टारगेट करते है। उन्होंने लोगो से सम्पर्क कर स्वंय को इंटरनेशनल एन्टी हैकिंग एजेन्सी का अधिकारी बताकर उनके कम्प्यूटर सिस्टम के हैक होने तथा किसी अन्य व्यक्ति के पास उसका एक्सेस प्राप्त कर इस्तेमाल किये जाने की जानकारी दी जाती है तथा उसे ठीक करने के लिये उन्हें पॉप अप मैसेज के माध्यम से उनके सिस्टमों का एक्सेस प्राप्त किया जाता है तथा उनके सिस्टमों का कन्ट्रोल लेकर उनके बैक खाते से एनटीहैकिग सर्विस के नाम पर स्कैम किया जाता है। पॉप अप मैसेजो को उनकी एक अन्य टीम, जो यूएसए में है, के पास भेजा जाता है तथा टीम पॉप अप कैम्पेन को रन करते हुए पैसो के लेन-देन का हिसाब रखती है तथा धोखाधड़ी से फिठ थर्ड बैंक के माध्यम से पैसों का लेन देन कर प्राप्त पैसो को हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाता है। भेजे गये पॉप अप मैसेजो के दिये नम्बर से ग्राहक हमसे सम्पर्क करते है। लोगो के सिस्टमों का रिमार्ट एक्सेस लेने के लिये आरोपी क्विक असिस्टेंट , लॉगमिन , गो शेयर , टाइनी यूआरएल आनलाईन एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते है तथा काल रिसिव करने के लिये आईबीम एशिया वन जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते है, साथ ही आउट बाउन्ड काल करने के लिये 2 लाइन , टॉक टोन जैसे आनलाईन एप्प का इस्तेमाल किया जाता है। मौके पर पुलिस टीम ने केबिनो मे लगे लैपटॉप तथा डैस्कटॉप को चैक करने पर उनकी स्क्रीन पर आईबेंम एप्प का उपयोग किया जाना तथा मिसड व डाइल कॉलों में विदेशी नम्बरों का होना पाया गया, साथ ही कुछ लेपटॉपो पर अलग-अलग एप्लीकेशन के माध्यम से पैसो के लेने देने से सम्बन्धित विवरण प्राप्त हुए। मौके पर पुलिस टीम ने सभी उपकरणो को सील करते हुए कॉल सेन्टर संचालित करने वाले सभी 8 आरोपियों आरोपियों को किया गया।
घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार रूपये के नगद पुरूस्कार देने की घोषणा की गई।

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