हरिद्वार। ब्राह्मणों के प्रति अभद्र टिप्पणी करने वाले संत के खिलाफ ब्राह्मण समाज का रोष बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार को ब्राह्मण समाज के लोगों ने कनखल चौक बाजार से थाना कनखल तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया और पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
विरोध प्रदर्शन रैली में नगर विधायक मदन कौशिक, श्री गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ भी शामिल हुए। श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम एवं महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि संत को ऐसे कार्य शोभा नहीं देते। व्यास पीठ पर बैठकर संत ने जिस प्रकार के अशोभनीय शब्द ब्राह्मण समाज के लिए प्रयोग किए हैं। उसे लेकर पूरे समाज में रोष है। समाज की पुलिस से मांग है कि संत पुण्यानंद गिरी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि संत सभी के लिए पूज्यनीय हैं। सभी संतों का आशीर्वाद लेते हैं। लेकिन अपशब्दों का प्रयोग चाहे किसी भी समाज के लिए किया गया हो, कतई स्वीकार्य नहीं है। तन्मय वशिष्ठ ने कहा कि जो जानकारी मिली है। उससे पता चला है कि पुण्यानंद गिरी की पृष्ठभूमि ऐसी ही है और जिस अखाड़े से वे संबंधित हैं। उस अखाड़े द्वारा 2016 में उन्हें निष्कासित किया जा चुका है। उज्जवल पंडित ने कहा कि एक संत की ओर से व्यासपीठ पर बैठकर ब्राह्मण समाज के प्रति अशोभनीय शब्दों का प्रयोग अति दुर्भाग्यूपर्ण है। संत पुण्यानंद गिरी के खिलाफ पूरे देश के ब्राह्मण समाज में रोष है। पुण्यानंद गिरी को ब्राह्मण समाज से माफी मांगनी चाहिए। यदि वे माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ पूरे देश में आंदोलन होगा। इस दौरान डा. सिद्धार्थ चक्रपाणी, पार्षद नितिन माणा, पंडित अधीर कौशिक, पवन दत्त शर्मा, विकास प्रधान, राजीव जोशी, मुकुल पाराशर, शैलेष गौतम, पुनीत त्रिपाठी, अमित शर्मा, नितिन शर्मा, शिवम अल्हड़, अभिनय शर्मा, बालकृष्ण शास्त्री, सचिन गौतम सहित ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोग शामिल रहे।