एमडीडीए उपाध्यक्ष वंशीधर तिवारी के निर्देशों पर प्राधिकरण की नवीन पहल
देहरादून। अवैध निर्माण खासतौर से गैर-आवासीय निर्माणों एवं अवैध प्लॉटिंग पर शिकंजा कसने के लिए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की ओर से नवीन पहल की गई है। बात अच्छी है मगर राजधानी देहरादून में नया वाला क्षेत्र कैलाशपुर तुम तो वाला चंद्रमणि बड़ों वाला तेलपुर नयागांव मैं हो रही अवैध प्लाटिंग अवैध निर्माण की जिम्मेदारी आखिरकार कौन लेगा ऐसा नहीं है कि इसकी भनक विभाग को नहीं है इन प्लाटिंग में कई बार शिकायत की जा चुकी हैं मगर विभाग की मिली भगत से लगातार अवैध प्लाटिंग में अवैध निर्माण चलते रहते हैं विभाग ने एक नया पत्र इस्तेमाल किया है कोई भी शिकायतकर्ता अगर किसी अवैध निर्माण या प्लाटिंग की शिकायत करता है तो तत्काल विभाग द्वारा उसका चालान कर देते हैं ताकि शिकायतकर्ता को बताया जा सके कि हमारी ओर से कार्रवाई कर दी गई है आपकी शिकायत के अनुसार चालान कर दिया गया है मगर अवैध निर्माण वह अवैध प्लाटिंग का लगातार कार्य चलता रहता है यह तभी संभव है जब विभाग से साठगांठ हो इस पहल को नाम दिया गया है ‘एक दिन-एक सेक्टर’। इसके तहत एमडीडीए उपाध्यक्ष वंशीशर तिवारी के निर्देशों पर सचिव महोदय के द्वारा संयुक्त सचिवों के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया है। उक्त दोनों टीम सप्ताह में दिवस का चयन कर सेक्टर में निर्माणों का निरीक्षण करेगी।
एमडीडीए सचिव मोहन सिंह बर्निया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उपाध्यक्ष महोदय द्वारा दिये गये निर्देश के अनुपालन में प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत अवैध निर्माणों की जांच एवं उनके विरूद्ध कार्यवाही हेतु सप्ताह में एक दिन एक सेक्टर के आधार पर सघन अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। इस हेतु संयुक्त सचिव के पर्यवेक्षण में टीम का गठन किया गया है। इसी क्रम में आज सेक्टर 12 में टीम द्वारा निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण किया गया।
उन्होंने बताया कि प्रथम टीम में संयुक्त सचिव रजा अब्बास के नेतृत्व में निशान्त कुकरेती, सहायक अभियंता, शशांक सक्सेना, सहायक अभियंता, शैलेंद्र सिंह रावत सहायक अभियंता एवं प्रमोद मेहरा, सहायक अभियंता एवं दूसरी टीम में संयुक्त सचिव श्रीमती कुश्म चौहान के नेतृत्व में अभिषेक भारद्वाज, सहायक अभियंता, सुनील कुमार गुप्ता, सहायक अभियंता, प्रशान्त सेमवाल, सहायक अभियंता एवं सुरजीत सिंह रावत, सहायक अभियंता शामिल हैं।
सचिव मोहन सिंह बर्निया ने बताया कि यह अभियान अवैध निर्माणों की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाये जाने एवं हतोत्साहित किये जाने के दृष्टिगत चलाया जाना प्रस्तावित है। मुख्यतः गैर आवासीय तथा अवैध प्लॉटिंग के प्रकरणों की सघन जांच एवं इनके विरूद्ध प्राधिकरण अधिनियमानुसार प्रभावी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। प्रथम चरण में जांच, सेक्टर-12 से प्रारम्भ कर सम्पूर्ण पछवादून क्षेत्र में की जानी है। सप्ताह में दिवस का चयन संयुक्त सचिव द्वारा स्वयं निर्धारित किया जायेगा। उपाध्यक्ष द्वारा प्रत्येक सप्ताह टीम द्वारा की कार्यवाही की समीक्षा की जायेगी। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे।