लोकसभा चुनाव के परिणाम 4 जून को आएंगे
लोकसभा के साथ चार राज्यों में होंगे विधानसभा चुनाव
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने लोकसभा और आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल और सिक्किम विधानसभाओं के लिए आगामी चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। लोकसभा चुनाव 2024 सात चरणों में होंगे। पहला चरण 19 अप्रैल को होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी। आंध्र प्रदेश और ओडिशा विधानसभा चुनाव 13 मई को होंगे और अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनाव 19 अप्रैल को होंगे।
इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, हम देश को वास्तव में उत्सवपूर्ण, लोकतांत्रिक माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून 2024 में समाप्त होने वाला है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि देश में कुल मतदाता 96.8 करोड़ हैं। जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं। देश में 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता इन चुनावों में हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से ज़्यादा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 1.8 करोड़ मतदाता पहली बार वोट करेंगे। 20-29 वर्ष के आयु वर्ग के 19.47 करोड़ मतदाता हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि श्हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता, 10.5 लाख मतदान केंद्र, 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी, 55 लाख ईवीएम, 4 लाख वाहन हैं। निगरानी के लिए 2100 ऑब्जर्वर तैनात किए जाएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा। इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी कि जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता हैं और जिन्हें 40 प्रतिशत से अधिक की दिव्यांगता है, उनके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कहना है कि चुनाव में खून-खराबे और हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। हमें जहां से भी हिंसा की सूचना मिलेगी, हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग उन 4 डी (बाहुबल, धन, गलत सूचना और एमसीसी उल्लंघन) से निपटने की दिशा में काम कर रहा है जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के मार्ग में बाधा डालते हैं।
पिछले संसदीय चुनाव में भाजपा ने 303 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 52 सीटें मिली थी। हालांकि वह लोकसभा में विपक्ष के नेता पद का दावा करने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं जुटा सकी। आगामी चुनाव विपक्षी दल भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, जो भाजपा की बढ़त को रोकने के लिए लड़ रहे हैं। लोकसभा का वर्तमान कार्यकाल 16 जून को समाप्त होगा और नए सदन का गठन उस तारीख से पहले करना होगा। 2019 में सात चरण में हुए थे चुनाव रू पिछली बार लोकसभा चुनावों की घोषणा 10 मार्च को की गई थी और 11 अप्रैल से सात चरणों में मतदान हुआ था। वोटों की गिनती 23 मई को हुई थी।
लोकसभा चुनाव में 97 करोड़ से अधिक मतदाताः राजीव कुमार
नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को कहा कि 97 करोड़ से अधिक मतदाता लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का उपयोग करने के पात्र हैं और सभी को लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लेना चाहिए। लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के दौरान संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग देश भर में 10.5 लाख मतदान केंद्र स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ दो नए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू भी थे।
उन्होंने कहा, श्हम पूरी तरह से तैयार हैं और मैं मतदाताओं से मतदान में हिस्सा लेने का अनुरोध करता हूं। उनका कहना था, श्यह हम सभी के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। कुमार ने कहा कि आयोग राष्ट्रीय चुनाव को इस तरह से कराने का वादा करता है जिससे विश्व मंच पर भारत का गौरव बढ़े। कुमार ने कहा, श्सभी राज्यों में स्थिति का आकलन करने के बाद हम एक यादगार, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने को लेकर आश्वस्त हैं।श् उन्होंने बताया, श्हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं, 1.5 करोड़ कर्मियों द्वारा संचालित 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र होंगे और 55 लाख ईवीएम होंगी। कुमार के अनुसार, आयोग ने 17 लोकसभा चुनाव, 16 राष्ट्रपति चुनाव और 400 से अधिक विधानसभा चुनाव कराए हैं।
सीईसी ने कहा कि 97.8 करोड़ पात्र मतदाता हैं जिनमें से 49.72 करोड़ पुरुष मतदाता और 47.1 करोड़ महिला मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 11 राज्यों के चुनाव शांतिपूर्ण और हिंसा मुक्त थे और लगभग शून्य पुनर्मतदान हुए थे। उन्होंने कहा कि आगे चलकर इसमें और सुधार किया जाएगा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सात चरणों में मतदान हुआ था। कुल 91.2 करोड़ पात्र मतदाता थे जिनमें लगभग 43.8 करोड़ महिला मतदाता और लगभग 47.3 करोड़ पुरुष मतदाता थे।
कुल करीब 61.5 करोड़ वोट पड़े थे और मतदान प्रतिशत 67।4 फीसदी रहा था। पिछले लोकसभा चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303 सीटें, कांग्रेस ने 52 और तृणमूल कांग्रेस ने 22 सीट जीती थी।
उत्तराखण्ड में 19 अप्रैल पहले चरण में होगा मतदान
देहरादून। उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटें हैं। जिन पर पहले चरण यानि 19 अप्रैल को मतदान होगा। इन पांच सीटों पर बीजेपी ने कैंडिडेट घोषित कर दिये हैं। बीजेपी ने पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को टिकट दिया। टिहरी से बीजेपी ने राजपरिवार का बहू माला राज्यलक्ष्मी शाह पर भरोसा जताया है। राज्यलक्ष्मी शाह तीन बार टिहरी लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुकी है।
हरिद्वार लोकसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनावी समर में उतारा है। नैनीताल उधम सिंह नगर सीट पर केद्रीय मंत्री अजय भट्ट पर भाजपा ने फिर से भरोसा जताया है। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी ने अजय टम्टा को टिकट दिया है. अजय टम्टा 2014 और 2019 में इसी सीट से सांसद चुके जा चुके हैं।
कांग्रेस ने अभी तीन सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये हैं। इसमें पौड़ी गढ़वाल से पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल चुनावी मैदान में हैं। टिहरी से कांग्रेस ने जोत सिंह गुनसोला को टिकट दिया है। अल्मोड़ा पिथौरागढ़ सीट पर कांग्रेस ने फिर से प्रदीप टम्टा पर भरोसा जताया है। कांग्रेस ने हरिद्वार और नैनीताल लोकसभा सीट पर कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है।
बता दें साल 2019 में सात चरणों में लोकसभा चुनाव हुये थे। जिसमें उत्तराखंड में 11 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. साल 2019 लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड में 64.0 प्रतिशत वोटिंग हुई। इस साल पाचों सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। साल 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 61.01 प्रतिशत वोट मिले थे। कांग्रेस को 31.40 प्रतिशत वोट मिले थे। साल 2019 में उत्तराखंड में 75,62,830 मतदाता थे। जिसमें से 48,42,925 मतदाताओं ने वोट डाले। इस साल 18 दलों ने लोकसभा चुनाव में हिस्सा लिया।
वहीं, साल 2014 की बात करें तो इन लोकसभा चुनावों में 71,29,939 मतदाता थे। जिनमें से 43,91,890 मतदाताओं ने वोट दिया। साल 2014 में उत्तराखंड में 61.6 प्रतिशत मतदान हुआ। साल 2014 में भी बीजेपी ने पांचों सीटों पर जीत हासिल की थी। इस साल बीजेपी को 55.9 फीसदी वोट मिले. कांग्रेस को 34.4 फीसदी वोट मिले. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड के 26 दलों ने हिस्सा लिया।
प्रचार को लेकर चुनाव आयोग ने दी गई हिदायत
जाति-धर्म के नाम पर वोट न मांगे
प्रचार में बच्चों का इस्तेमाल न किया जाए
प्रचार मुद्दों पर आधारित होना चाहिए
प्रचार करने वाले व्यक्तिगत टिप्पणी न करें
फेक न्यूज फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी
राजनीतिक दल मर्यादा बनाए रखें
मनी और मसल पावर का इस्तेमाल न करें