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बांग्लादेश में हुआ सत्ता का तख्ता पलट, शेख हसीना का इस्तीफा

सेना बनाएगी अंतरिम सरकार, पीएम ने देश छोड़ा

हसीना हेलीकॉप्टर से भारत के लिए हुई रवाना
बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति भी तोड़ी
ढाका। बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने राजधानी ढाका छोड़ दिया है और किसी सुरक्षित जगह चली गई हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना ने देश छोड़ दिया है। देश छोड़ते समय उनके साथ उनकी बहन शेख रेहाना भी थीं। न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, ढाका में हजारों प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया है। हालांकि हसीना आवास पर नहीं थीं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं। पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाले हेलीकॉप्टर में हसीना और उनकी बहन शेख रेहाना सवार हैं। ढाका में भारी हिंसा की खबर है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति भी तोड़ दी।
कुछ ऐसे फुटेज सामने आए हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के सरकारी आवास को लूटते हुए दिख रहे हैं। कुछ प्रदर्शनकारियों को आवास से कुर्सियां और सोफा जैसी दिखने वाली चीज ले जाते हुए देखा जा सकता है। अब तक देश में हुए हिंसा में 300 से ज्यादा मरने की सूचना है।
पीएम शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि पीएम शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। बांग्लादेश में आर्मी अंतरिम सरकार बनाएगी। उन्होंने अपील की है कि लोग कानून का पालन करें। सेना प्रमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री हसीना ने इस्तीफा दे दिया है, देश को अंतरिम सरकार चलाएगी। हम देश में शांति बहाल करेंगे। हम नागरिकों से हिंसा रोकने का अनुरोध करते हैं। हम पिछले कुछ हफ्तों में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे।
सेना प्रमुख ने नागरिकों से शांति बहाल करने के लिए समय मांगा। उन्होंने बांग्लादेश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना पर भरोसा रखें, हम सभी हत्याओं की जांच करेंगे और जिम्मेदार लोगों को दंडित करेंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि मैंने आदेश दिया है कि सेना और पुलिस किसी भी तरह की गोलीबारी में शामिल नहीं होगी।
इससे पहले, सूत्र ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि शेख हसीना और उनकी बहन गणभवन (प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास) छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। पीएम हसीना भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें ऐसा करने का अवसर नहीं मिल सका। एएफपी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ढाका में प्रधानमंत्री हसीना के महल पर धावा बोला दिया है। वहीं, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना के बेटे ने सुरक्षा बलों से किसी भी गैर-निर्वाचित सरकार को सत्ता में आने से रोकने का आग्रह किया है।

अब तक क्या हुआ
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दिया
इस्तीफा देने के बाद वह भारत के लिए रवाना हुईं
पीएम आवास पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा
आवास से महंगे सामानों को लेकर भागे प्रदर्शनकारी
राजधानी ढाका में जगह-जगह हिंसा

भारत-बांग्लादेश सीमा पर ‘हाई अलर्ट’
नई दिल्ली। बीएसएफ के महानिदेशक (कार्यवाहक) दलजीत सिंह चौधरी और वरिष्ठ अधिकारी भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा की समीक्षा के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ ने पड़ोसी देश में हिंसक घटनाक्रम के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा के 4,096 किलोमीटर क्षेत्र में सभी इकाइयों को ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है।

हजारों प्रदर्शनकारियों ने किया ढाका तक लॉन्ग मार्च
ढाका। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को हिंसा की एक नई घटना में छह लोग मारे गए। वहीं, हजारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका तक लॉन्ग मार्च किया। गौरतलब है कि रविवार को कई छात्र संगठनों के बैनर तले पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हुआ था। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

बांग्लादेश में हिंसा भड़कने के बाद भारत ने नागरिकों को यात्रा न करने की सलाह दी
नई दिल्ली। बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। देश में बड़े पैमाने पर आंदोलन तेज हो गया। रविवार को पुलिस और आंदोलनकारी छात्रों के बीच झड़पों में 91 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए। अब आंदोलन का एजेंडा भी बदल गया है। पहले आरक्षण के विरोध में छात्रों ने आंदोलन चलाया था लेकिन अब इनकी मांग बदल गई है। आंदोलनकारी मौजूदा सरकार को हटाने की मांग कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश में रविवार को हुई हिंसा के मद्देनजर भारतीय नागरिकों को बांग्लादेश की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। भारत ने रविवार रात बांग्लादेश में रह रहे अपने सभी नागरिकों को पड़ोसी देश में हिंसा की ताजा लहरों के मद्देनजर अत्यधिक सावधानी बरतने और अपनी आवाजाही को सीमित रखने की सख्त सलाह दी।
अपने ताजा परामर्श में भारत ने अपने नागरिकों से अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने को भी कहा है। ढाका से मिली खबरों के अनुसार रविवार को बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच भीषण झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 91 लोग मारे गए।
प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने परामर्श में कहा, श्वर्तमान घटनाक्रम को देखते हुए भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी जाती है।श् इसमें कहा गया है, कि बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही सीमित रखने तथा ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है।
बांग्लादेश में छात्रों का विरोध प्रदर्शन पिछले महीने विवादास्पद नौकरी कोटा योजना के खिलाफ शुरू हुआ था। अब यह विरोध प्रदर्शन सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया है। 25 जुलाई को विदेश मंत्रालय ने कहा था कि बांग्लादेश की स्थिति को देखते हुए लगभग 6,700 भारतीय छात्र बांग्लादेश से वापस लौट आये हैं।

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