
धर्मांतरण पर मजबूत कानून लाकर देश के सामने रखा एक मॉडल
समान नागरिक संहिता बड़ी उपलब्धि
महिलाओं का किया गया सशक्तिकरण
देहरादून। मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के 3 साल पूरा होने पर पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि इन तीन सालों में उनकी सरकार ने अनेक विकास कार्य व जनहित के फैसले किए हैं। उन्होंने कहा कि वह आगे भी राज्य के विकास के लिए कार्य करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री का कहना है कि उनकी सरकार ने राज्य की इकोलॉजी और इकोनॉमी को बेहतर बनाने के लिए लव जिहाद और लैंड जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाए हैं और उन्हें रोकने का प्रयास किया है। उनकी सरकार द्वारा भर्ती परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए सख्त नकलरोधी कानून बनाया गया है जिससे युवाओं के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ न किया जा सके।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि उन्होंने राज्य में धर्मांतरण रोकने के लिए और दंगों को रोकने के लिए भी सख्त कानून बनाए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण व युवाओं के कल्याण के लिए निरंतर काम कर रही है। प्रदेश में लखपति दीदी से लेकर आंदोलनकारी को 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण देने जैसे अनेक काम किए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता कानून लागू करने से लेकर युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार देने के लिए तमाम योजनाएं चला रखी है। सीएम ने कहा कि अपने 3 साल के कार्यकाल में वह है 14 हजार 8 सौ से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी उपलब्ध करा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास के कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं तथा केंद्र की मोदी सरकार के प्रति वह आभारी हैं जिनके सहयोग से राज्य निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए राज्य में विकास आगे बढ़ रहा है। उन्होंने प्रदेश की जनता का भी आभार जताया है कि उन्होंने अब तक उन्हें भरपूर सहयोग और सम्मान दिया है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि वह इसी तरह प्रदेश के विकास व जनहित के लिए आगे भी काम करते रहेंगे। राज्य आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश के 9.11 लाख मरीजों को निशुल्क इलाज की सुविधा दी गई। इस पर सरकार ने 1720 करोड़ की राशि खर्च की है। सरकार ने 2025 तक धामी सरकार ने 1.25 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। वर्तमानममें 80 हजार महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से पांच से सात लाख कमा कर लखपति दीदी बनीं है। तीन साल के कार्यकाल में पुलिस, दूरसंचार, रैंकर्स, आबकारी, पशुपालन, रेशम, शहरी विकास, वन विभाग, परिवहन, कृषि, शिक्षा, पेयजल समेत अन्य विभागों में 7644 युवाओं को नौकरी दी गई। सरकार ने 19 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। प्रदेश में पर्वतमाला योजना के तहत रोपवे कनेक्टिविटी बढ़ाया जा रहा है। काठगोदाम से हनुमान गढ़ी तक रोपवे निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई। इसके अलावा केदारनाथ, हेमकुंड साहिब रोपवे का शिलान्यास कर डीपीआर बनाई जा रही है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से कई शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू की गई। देहरादून से अमृतसर, पंतनगर, गोवा, कुल्लू, पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवा को शुरू किया गया।
महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण
देहरादून। प्रदेश की आबादी के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया गया। इससे महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को बल मिलेगा। राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी सेवाओं में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का निर्णय लिया। नारी सशक्तिकरण योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार के लिए पांच लाख का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है।
नई खेल नीति में खिलाड़ियों का प्रोत्साहन
देहरादून। खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए नई खेल नीति लागू की है। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में पदम विजेता खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में चार प्रतिशत आरक्षण लागू किया गया। 8 से 14 साल तक के खिलाड़ियों को शारीरिक टेस्ट और दक्षता के आधार पर हर महीने 1500 रुपये व 14 से 23 साल तक के 2600 मेधावी खिलाड़ियों को 2000 रुपये की छात्रवृत्ति दी जा रही है।
भ्रष्टाचार पर किया कड़ा प्रहार
देहरादून। पिछले तीन साल में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार किया। कई बड़े अधिकारियों को भ्रष्टाचार में जेल की हवा खानी पड़ रही है। नकल, धर्मांतरण, लैंड जिहाद, दंगा जैसे मुद्दों पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कड़ा रुख अख्तियार किया और सख्त कानून बनाने से भी नहीं हिचके। उन्होंने नकल माफिया को सलाखों के पीछे धकेलने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाया। जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए उन्होंने धर्मांतरण कानून को और अधिक सख्त किया। दंगाइयों को सबक सिखाने के लिए भी कानून बनाया। इस कानून के तहत सार्वजनिक व निजी संपत्तियों के नुकसान की भरपाई दंगाइयों से होगी। राज्य में धार्मिक स्थलों के नाम पर सरकारी भूमि को कब्जे से छुड़ाने के धामी सरकार ने लैंड जिहाद के तहत कार्रवाई की। पांच हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि कब्जे से मुक्त कराई गई।
यूसीसी कानून बनाने की मिसाल बने
देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता कानून बनाकर देश के अन्य राज्यों के लिए मिसाल दी। उनकी इस पहल पर भाजपा शासित राज्यों ने भी यूसीसी की ओर कदम बढ़ाए। कानून बनाने के बाद सीएम धामी ने इसकी नियमावली तैयार कराने का कार्य भी शुरू कराया। इस साल राज्य में यूसीसी कानून लागू होने पूरी संभावना है।
धामी के कई निर्णय देश एवं अन्य राज्यों के रॉल मॉडलः भट्ट
देहरादून 4 जून। भाजपा ने मुख्यमंत्री धामी के तीन साल के कार्यकाल को बेमिसाल बताते हुए, उनके ऐतिहासिक निर्णयों के लिए बधाई दी है। प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा, उनके नेतृत्व में देवभूमि का स्वरूप बरकरार रखते हुए हम विकसित राज्य निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं ।
पार्टी मुख्यालय में मुख्यमंत्री के तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते हुए श्री भट्ट ने इन 3 सालों को राज्य के विकास और जनविश्वास की दृष्टि से बेमिसाल बताया । इस दौरान श्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने अनेकों ऐतिहासिक एवं साहसिक कदम उठाए हैं। उनके राज्य के देवभूमि स्वरूप को बनाए रखने वाले निर्णयों ने देश के कई राज्यों के लिए नजीर बनने का काम किया है । ऐसे तमाम निर्णयों से उत्तराखंड की छवि को विशेष बनाने के लिए मुख्यमंत्री धामी साधुवाद के पात्र हैं । जिसके क्रम में उत्तराखंड को समान नागरिक संहिता लागू कर देश का पहला राज्य बनने का गौरव हासिल हुआ । आज इसी कानून के संदर्भ में अन्य राज्य भी प्रयास कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में जबरन धार्मांतरण के प्रयास को विफल करने के लिए कठोरतम कानून लागू किया गया। अवैध धार्मिक अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही कर हजारों एकड़ जमीन को कब्जे से मुक्त कराकर लैंड जेहाद की कोशिशों को जमींदोज किया गया। कुछ शरारती तत्व जो आंदोलन के नाम पर सरकारी संपत्ति की क्षति पहुंचाते थे उसके लिए ऐसा कठोर दंगारोधी कानून बनाया गया है कि अब सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने वाले दंगाइयों से संपत्ति की भरपाई की जाएगी।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष के साथ महामंत्री आदित्य कोठारी, विधायक विनोद चमोली, मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, राजेंद्र नेगी, कमलेश उनियाल, माणिक निधि शर्मा, कमलेश रमन, राजीव तलवार प्रमुख रूप से मौजूद रहे ।