देहरादून। वसंतोत्सव के मौके पर हर साल राजभवन में पुष्पों की प्रदर्शनी लगाई जाती है। इसी क्रम में वसंतोत्सव 2024 को लेकर राजभवन में एक मार्च से 3 मार्च तक कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। राजभवन में आयोजित होने जा रहे वसंतोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ एक मार्च को राज्यपाल करेंगे। राज्य गठन के बाद साल 2003 से राजभवन में वसंतोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। ताकि प्रदेश में पुष्प उत्पादन को बढ़ाया जा सके। राज्य गठन से पहले इस क्षेत्र में 150 हेक्टेयर भूमि पर ही फूलों का उत्पादन किया जाता था। लेकिन अब 669.39 हेक्टेयर भूमि पर फूलों का उत्पादन किया जाता है।
राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि वसंतोत्सव का कार्यक्रम एक मार्च से 3 मार्च तक आयोजित किया जाएगा। राजभवन में साल 2003 से दो दिन का कार्यक्रम आयोजित होता आया है। लेकिन पिछले साल निर्णय लिया गया कि वसंतोत्सव का कार्यक्रम तीन दिन तक आयोजित किया जाएगा। पिछले साल वसंतोत्सव कार्यक्रम के दौरान ढाई लाख लोग पुष्प प्रदर्शनी में आए थे। प्रदेश में 669।39 हेक्टेयर भूमि पर पुष्प का उत्पादन किया जा रहा है। ऐसे में राज्य को पुष्प प्रदेश बनाने की दिशा में काम होना चाहिए। वसंतोत्सव 2024 में 15 मुख्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। जिसके विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
वसंतोत्सव 2024 में स्पेशल पोस्टल कवर के रूप में थुनेर के फूल को चुना गया है। थुनेर में औषधीय गुण होते हैं। जिससे खांसी, सर्दी बुखार, सिरदर्द, पाचन संबंधी समस्या, मांसपेशियों में दर्द, गठिया, स्कीन का उपचार किया जाता है। कट फ्लावर कंपटीशन के तहत ट्रेडिशनल एरिया में सिर्फ उधमसिंह नगर, नैनीताल, हरिद्वार और देहरादून के पुष्प उत्पाद प्रतिभाग करेंगे। पेंटिंग कंपटीशन में जूनियर में 5 से 12 उम्र के बच्चे और सीनियर में 12 से 18 साल के बच्चे प्रतिभाग करेंगे। पहली बार हाइड्रोपोनिक तकनीक को बढ़ावा देने के लिए हाइड्रोपोनिक विधि से बागवानी करने वाले किसानों को सम्मानित करने के लिए प्रतियोगिता में शामिल किया गया है। वसंतोत्सव-2024 में पहली बार डाक टिकट प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
आर्ट गैलरी के माध्यम से पेंटिंग का प्रदर्शन राजभवन ऑडिटोरियम गैलरी में किया जाएगा। वसंतोत्सव-2024 में पहली बार राज्य के 35 विभाग प्रतिभाग करेंगे। भारतीय सैन्य संस्थान, इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस, पीएसी के साथ पहली बार होमगार्ड बैंड की व्यवस्था की गई है। वसंतोत्सव कार्यक्रम को पॉलिथीन मुक्त रखा जाएगा। वसंतोत्सव कार्यक्रम में जनता को मौसम की जानकारी देने के लिए मौसम विभाग का स्टाल लगाया जाएगा। उत्तराखंड में उत्पादित शहद, पुष्प इत्र, मशरूम, जड़ी बूटी के स्टॉल लगाए जाएंगे।