नैनीताल। चारधाम यात्रा को सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए तथा केदारनाथ धाम में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं को लेकर शासन-प्रशासन की ओर से केदारपुरी को दिव्य एवं भव्य बनाए जाने के लिए मास्टर प्लान के अनुसार विकास कार्य एवं पुनर्निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। इन पुनर्निर्माण कार्यों के विरोध में केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। याचिका में तीर्थ पुरोहितों ने कार्य सही न होने व उनके भवनों को नुकसान होना बताया था।
16-17 जून 2013 की आपदा के बाद से केदारनाथ धाम में लगातार पुनर्निर्माण कार्य जारी हैं। केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जा रहे हैं। इन कार्यों की निगरानी केन्द्र सरकार की ओर से की जा रही है। कुछ दिनों पहले केदारनाथ तीर्थ पुरोहित समाज के कुछ लोगों ने प्रशासन व सरकार पर धाम में जबरन पुनर्निर्माण कार्य करने के आरोप लगाये थे और कहा था कि कार्य किये जाने से उनके भवनों को भी नुकसान हो रहा था। इस संबंध में तीर्थ पुरोहितों ने उच्च न्यायालय में भी याचिका दायर की थी।
वर्तमान समय में केदारनाथ धाम में मंदिर के सेंट्रल एक्सिस एवं एप्रोज मार्ग के दोनों ओर भवनों की सुरक्षात्मक प्रतिधारक दीवार एवं यूटिलिटी डक्ट का निर्माण कार्य, सरस्वती नदी एवं भैरों मंदिर को जोड़ने के लिए 36 मीटर लंबे ब्रिज का कार्य, एमआई-26 हेलीपैड से केदारनाथ सरस्वती नदी तक 50 फीट चौड़े मार्ग का निर्माण कार्य, केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर एमआई-26 हेलीपैड से संगम तक मार्ग के दायीं ओर भूमि पर व्यवस्थित हाट बाजार के रूप में 50 फैब्रिकेटेड दुकानों का निर्माण कार्य, केदारनाथ धाम में निर्मित हाट बाजार के विस्तारीकरण के कार्य चल रहे हैं।
इसके साथ ही एमआई-26 हेलीपैड एवं केदारडोम-जीएमवीएन के सामने स्थल विकास सहित 40 फैब्रिकेटेड दुकान, 2 नंबर रेन शेल्टर का अतिरिक्त निर्माण कार्य, केदारनाथ धाम परिक्षेत्रांतर्गत सरस्वती नदी ओर मंदाकिनी नदी की ओर वाटर एटीएम लगाने का निर्माण कार्य, केदारनाथ धाम परिक्षेत्रांतर्गत संगम घाट के पुनर्विकास एवं पुनर्निर्माण कार्य भी चल रहे हैं। केदारनाथ धाम परिक्षेत्रांतर्गत प्रवचन हॉल के पीछे रेन शेल्टर निर्माण कार्य, सीआरएस मद के अंतर्गत केदारनाथ धाम परिक्षेत्रांर्गत क्यू-2जे भवन निर्माण कार्य तथा केदारनाथ परिक्षेत्रांर्गत क्यू-3एल भवन निर्माण कार्य जारी हैं। केदारनाथ धाम में मंदाकिनी आस्था पथ की ओर निर्माणाधीन एमई-2 भवन में द्वितीय एवं एमई-3 से एमई-5 तक भवनों के प्रथम एवं द्वितीय तल का निर्माण कार्य, केदारनाथ धाम में मंदाकिनी आस्थापथ की ओर निर्माणाधीन एमई-7 से एमई-13 तक भवनों में प्रथम एवं द्वितीय तल आदि में निर्माण कार्य किए जा रहे हैं।
केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों के संबंध में कुछ तीर्थ पुरोहितों ने निर्माणाधीन कार्यों के संबंध में उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। जिसमें तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि प्रशासन की ओर से हो रहे है निर्माण कार्य सही ढंग से नहीं किये जा रहे हैं। जिसके संबंध में रिट पिटीशन संख्या-1106 एमएस 2024 केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार बनाम उत्तराखंड सरकार और अन्य एवं रिट पिटीशन संख्या-1111 एमएस 2024 किशनचंद एवं अन्य बनाम सरकार उत्तराखंड और अन्य के माध्यम से उच्च न्यायालय में 30 अप्रैल 2024 को दायर की थी। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जिला कार्यालय ने बताया कि उच्च न्यायालय में दायर की गई याचिका के संबंध में 3 मई को सुनवाई की गई। तीर्थ पुरोहितों की याचिका को उच्च न्यायालय की ओर से खारिज कर दिया गया है।