
देहरादून। प्राण-रक्षक की भूमिका निभाने का अवसर मिला है। आपने जो career चुना है वह केवल एक profession नहीं है बल्कि एक मिशन है, मानवता की अनवरत सेवा करने का अभियान है।
आप सभी विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा सिद्ध कर दी है। अब आप सब को healthcare professionals के रूप में अपनी निष्ठा सिद्ध करनी है। मैं चाहूंगी कि आपके मरीज, आपको expert clinical touch के साथ-साथ आपके special healing-touch के लिए याद करें। मरीजों का और उनके परिजनों का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त करना, आपकी सबसे बड़ी कमाई होगी।
जो मरीज बहुत साधन सम्पन्न होते हैं, उनके पास अनेक विकल्प होते हैं। लेकिन, आपके पास जो सामान्य मरीज आता है, उसके लिए आप ही सबसे बड़ा सहारा होते हैं। इसलिए, मेरा अनुरोध है कि आप सब, विशेष प्रयास करके, पूरी संवेदना और करुणा के साथ कमजोर वर्गों के लोगों की सेवा में तत्पर रहें।
चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में बहुत तेज गति से परिवर्तन हो रहे हैं। परिवर्तन की यह गति बढ़ती ही रहेगी। इसलिए, आप सब हमेशा कुछ नया सीखने और कुछ नया करने का उत्साह बनाए रखें। मैं आशा करती हूं कि continuous learning और experience के बल पर आप सब अत्यंत सक्षम डॉक्टर के रूप में निरंतर सम्मान प्राप्त करेंगे तथा करुणा और परोपकार के बल पर लोगों के हृदय में अपना विशेष स्थान बनाएंगे। इसी आशा के साथ मैं आप सभी को स्वर्णिम भविष्य की शुभकामनाएं देती हूं।