देहरादून। फर्जी आईडी पर लोन, वाहन, मोबाइल फोन फाइनेंस करवाने वाले नटवरलाल को दून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से 4 वाहन तथा कई फर्जी पहचान-पत्र बरामद किए गए हैं। पकड़ा गया आरोपी जनपद टिहरी से 5 हजार का ईनामी है।
डोईवाला पुलिस द्वारा थाना क्षेत्र मे वाहन चैंकिग के दौरान एक बुलैट मोटर साईकिल, जिसकी आगे की नंबर प्लेट टूटी हुई थी, को संदिग्ध प्रतीत होने पर चैकिंग के लिए रोककर वाहन चालक से पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा अपना नाम आदित्य जोशी निवासी अठूरवाला जॉलीग्रांट बताया। मोटरसाइकिल रॉयल इनफील्ड 350 क्लासिक की पंजीकरण संख्या को आनलाइन चैक करने पर वाहन के इंजन व चेसिस संख्या में भिन्नता मिली, जिसके संबंध में पूछताछ करने पर चालक द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा मोबाइल एप से एक वाहन बुलेट का नंबर यूके 07-एफडी-8971 की जानकारी कर नंबर की नम्बर प्लेट बनाकर अपनी बाइक पर लगाई गई है, जिस पर उक्त व्यक्ति के गलत कार्यों में संलिप्त होने की आशंका के दृष्टिगत उसे चौकी लाकर उससे सख्ती से पूछताछ की गयी तो उक्त व्यक्ति ने बताया कि मेरा असली नाम ललित दुग्ताल निवासी धारचूला पिथौरागढ़ है तथा अधिकांश लोग मुझे आदित्य के नाम से भी जानते है। मेरे द्वारा फर्जी आईडी बनाकर अलग-अलग बैंकों से लोन प्राप्त कर मोटरसाइकिल, स्कूटी व कई महंगे मोबाइल खरीदे गये हैं, जिन्हें मैं बाद में सस्ते दामो पर दूसरे व्यक्तियों को बेच देता हूँ तथा आज भी मैं यह मोटर साइकिल किसी अन्य व्यक्ति को बेचने जा रहा था। बरामद मोटर साइकिल के सम्बन्ध में जानकारी करने पर आरोपी द्वारा बताया गया कि यह मोटर साइकिल भी मेरे द्वारा रक्षित द्विवेदी निवासी बामनगांव तहसील मुनस्यारी जिला पिथौरागढ़ के नाम से फर्जी आईडी बनाकर बैंक से लोन निकाल कर ली गई है। मेरे द्वारा पूर्व में भी फर्जी आईडी पर टिहरी गढ़वाल तथा देहरादून से कई वाहन (कार व मोटरसाइकिल) तथा मोबाइल फोन फाइनेंस कराये गये थे, जिन्हें मैने अन्य लोगों को सस्ते में बेच दिया था। आरोपी के पास से बरामद बैग की तलाशी लेने पर उसमें से एक एप्पल फोन एक हार्ड डिस्क, भिन्न भिन्न नामों से विभिन्न आईडी जिन पर अधिकांश आईडी पर अभियुक्त की एक ही फोटो लगी हुई थी, बरामद की गई। पूछताछ में आरोपी द्वारा जनपद टिहरी गढवाल व देहरादून से फर्जी पासपोर्ट, असम से फर्जी पैन कार्ड बनवाना तथा गोवा में फर्जी तरीके से किसी अन्य नाम से होटल मैनेजमेन्ट का कोर्स किया जाना प्रकाश में आया। इसके अतिरिक्त आरोपी द्वारा बैंक से फर्जी लोन प्राप्त कर कुल 8 वाहनो को अलग-अलग नाम से फाइनेंस करवाने की जानकारी प्राप्त हुई है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस द्वारा फर्जी आईडी पर फाइनेंस कराई गए वाहनों को बरामद किया गया।