देवबंद वक़्फ़ की संपत्ति पर बनी फारुकी मार्किट मै चल रही जांच मै भूमाफिया का हस्तक्षेप

देवबंद वक़्फ़ की संपत्ति पर बनी फारुकी मार्किट मै चल रही जांच मै भूमाफिया का हस्तक्षेप
क्षेत्राधिकारी कार्यालय देवबंद से वादी पर पुलिस का दबाव बनवाकर भूमाफिया चाह रहा है फैसला
सहारनपुर। देवबंद मै वक़्फ़ की संपत्ति पर बनाई गई फारुकी मार्किट एवं बराबर में पड़ी वक्फ की भूमि पर जबरन कब्जा कर भूमाफियाओं द्वारा मार्किट बनाने प्रयास किया गया वादी की और से शासन प्रशाशन मै पूरे प्रकरण की शिकायत हुई तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर ने जांच क्षेत्राधिकारी देवबंद को सौंप कर पूरे प्रकरण की रिपोर्ट से अवगत कराए जाने के आदेश दिए भूमाफिया सुलेमान फारुकी, ताजीम सिद्दीकी, मासूम सिद्दीकी उर्फ शेरू ने शासन प्रशाशन मै साठगांठ कर पूरे प्रकरण पर पर्दा डालने के कई पेत्रों का इस्तेमाल कर जांच को ठंडे बस्ते में डालने का पूरा प्रयास किया जा रहा है यहां तक वादी को लगातार क्षेत्राधिकारी कार्यालय से फैसले का दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आपको बता दें कि
वक़्फ़ संपति 12 ए 204 बीबी साहब जान पत्नी हाजी इब्राहिम निवासी बेलपरा नरगारा संथाल पोस्ट मधुपुर जिला देवघर बिहार ने अपनी संपत्ति वक्फ उल औलाद सुन्नी सेंट्रल बोर्ड लखनऊ में वर्ष 1936 मै दर्ज कराई गई थी जिसके मुतवल्ली अब्दुल हयात पुत्र अब्दुल जफर निवासी मोहल्ला टाकान देवबंद हैं आरोप है कि देवबंद के कुछ भूमाफियाओं ताजीम सिद्दीकी एवं सुलेमान फारुकी, मासूम सिद्दीकी उर्फ शेरू ने मिलकर वक़्फ़ की संपत्ति के फर्जी कूट रचित दस्तावेज तैयार कर संपत्ति को बचने की फिराक में लग गए हाल ही में बिना एसडीडीए की स्वीकृति के मोहल्ला टाकान वक़्फ़ की भूमि मार्किट बनाई गई भूमाफियाओं की नजर मार्किट के पास वाली वक़्फ़ संपत्ति पर पड़ी तो इस भूमि को भी कब्जा कर मार्किट बनाने की फिराक में लग गए हालांकि वक़्फ़ संपत्ति का विवाद माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में लंबित है एवं कोर्ट से भूमि पर स्टे भी हुआ है।