दून पुलिस ने 12 घन्टे की अल्पावधि मे किया हत्या की घटना का खुलासा
देहरादून। लालतप्पड़ क्षेत्र में देर रात एक महिला की गला दबाकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने एक नामजद व दो अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एक आरोपी मृतका के बेटे की वर्कशॉप में काम करता था। पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतक महिला के बेटे की बहू ने हत्या की साजिश रची थी और सुपारी देकर अपनी सास की हत्या कराई थी।
जगदेव सिंह पुत्र हरजीत सिंह, निवासी निकट फनवैली रेशम माजरी ने कोतवाली डोईवाला पर प्रार्थना पत्र दिया कि उनकी माता कुलदीप कौर जो घर के आँगन मे सो रही थी, की उन्ही की दुकान पर काम करने वाले आवेश अंसारी उर्फ छोटू व 2 अज्ञात व्यक्तियों ने गला घोटकर हत्या कर दी गयी है। तहरीर के आधार पर थाना डोईवाला में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
थाना स्तर पर पुलिस टीम गठित कर गिरफ्तारी के लिए सुरागरसी पतारसी करते हुए स्थानीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया तथा उनके सम्भावित स्थानों पर दबिश दी गई। पुलिस टीम की किये जा रहे लगातार प्रयासों के परिणाम स्वरूप घटना को अजांम देने वाले हत्यारोपी आवेश अंसारी उर्फ छोटू पुत्र शेर अली, सोनू पुत्र कृष्णपाल, राहुल पुत्र अशोक को जनपद हरिद्वार ग्राम बसेडी बस अड्डे से गिरफ्तार किया गया तथा आरोपियों के कब्जे से घटना मे इस्तेमाल की गई मोटर साइकित यूके 08 एटी 6110 को सीज किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मृतका कुलदीप कौर की पुत्रवधु ज्योति उर्फ डिम्पी पत्नी जगदेव सिंह निवासी निकट फनवैली रेशम माजरी ने अपनी सास की हत्या करने करने के लिए आरोपियों को सुपारी दी गयी थी, जिस पर ज्योति उर्फ डिम्पी को उसके आवास फनवैली रेशम माजरी थाना डोईवाला से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आवेश अंसारी उर्फ छोटू ने बताया कि वह पिछले 6-7 महीने से जगदेव सिंह की वर्कशॉप पर मैकेनिक का कार्य करता है तथा वह जगदेव सिंह के घर पर ही रहता है तथा जगदेव सिंह की पत्नी ज्योति उर्फ डिम्पी को उसने धर्म बहन बनाया था, मृतका कुलदीप कौर अपनी पुत्रवधु ज्योति उर्फ डिम्पी को लगातार प्रताडित कर रही थी तथा उसे भी कुलदीप कौर परेशान करती थी, जिससे परेशान होकर ज्योति उर्फ डिम्पी ने अपनी सास कुलदीप कौर को जान से मारने के लिये आवेश अंसारी को एक लाख रूपये देना तय किया और आवेश ने अपने ही गाँव के दो लडके सोनू तथा राहुल के साथ मिलकर उनसे 10-10 हजार रूपये तय कर ज्योति उर्फ डिम्पी के साथ मिलकर कुलदीप कौर को मारने की योजना बनायी तथा 4 जून को आवेश अंसारी अपने साथी सोनू तथा राहुल के साथ जगदेव सिंह के घर गया, जहां ज्योति उर्फ डिम्पी ने उनको सहयोग दिया तथा आंगन मे सो रही कुलदीप कौर का तकिया से मुंह दबाया और उसके अजेत होने तथा अन्य लोगो के उठने पर मौके से फरार हो गये।