दून रीज में पास हुए 83.83 प्रतिशत छात्र-छात्राएं
प्रदेश भर में फिर छात्राओं ने मारी बाजी
देहरादून। सेंट्रल बोर्ड और सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) का 10वीं और 12वीं की परीक्षा का परिणाम आज जारी कर दिया गया। इस दौरान छात्रों ने ऑनलाइन सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर अपने परीक्षा परिणाम देखें। देशभर में सीबीएसई ने अपने परीक्षा परिणाम जारी किए हैं, जिसमें देहरादून 17 रीजन में 11वें स्थान पर रहा है। देहरादून रीजन का परीक्षा परिणाम 83.83 प्रतिशत रहा। खास बात यह है कि पिछले साल की तुलना में इस बार परीक्षा परिणाम के कुछ बेहतर रहने की बात कही गई है।
सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा में इस बार भी लड़कियों ने ही बाजी मारी है। लड़कियों का पास होने का प्रतिशत इस बार 91.52 प्रतिशत रहा है। जबकि 85012 फीसदी लड़के पास होने में कामयाब रहे। उधर दूसरी तरफ दसवीं का परीक्षा परिणाम भी घोषित किया गया है। लेकिन इसके परीक्षा परिणाम का सीबीएसई द्वारा फिलहाल संकलन किया जा रहा है और दसवीं कक्षा में छात्रों के कुल परफॉर्मेंस के लिए आंकड़े जुटाएं जा रहे हैं।
इस दौरान परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाली छात्राओं आकांक्षा ने कहा कि उन्होंने अपनी पढ़ाई पर अपना पूरा फोकस रखा है और साल भर तैयारी की है। इसके लिए उनके माता-पिता ने भी उनका पूरा साथ दिया। साथ ही स्कूल के शिक्षकों ने भी बेहतर अंक प्राप्त करने के लिए अच्छी गाइडेंस दी, जो मददगार बनी।
12वीं की परीक्षा में 92 फीसदी अंक पाने वाली अनन्या कहती है कि वह नेशनल बास्केटबॉल खिलाड़ी है और उन्होंने साल भर अपने खेल के अलावा पढ़ाई पर भी ध्यान दिया था। हालांकि, क्योंकि वह काफी वक्त खेल में भी बताती थी। इसलिए उनके परिवार को लगता था कि परीक्षा में उनके बहुत अच्छे अंक नहीं आ पाएंगे। लेकिन उन्होंने 90 परसेंट प्लस अंक लाकर अपने परिवार को भी सरप्राइज किया है। अनन्या कहती हैं कि यदि आप किसी खेल को अच्छी तरह से खेलते हैं और उसमें अपना वक्त देते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आप बेहतर पढ़ाई नहीं कर सकते हैं।
बास्केटबॉल खिलाड़ी और 12वीं कक्षा में 92 फीसदी लाने वाली अनन्या की मां भी एक स्कूल टीचर है। वह कहती हैं कि उन्होंने कभी भी अपनी बेटी पर पढ़ाई का दबाव नहीं बनाया। क्योंकि अनन्या काफी पहले से ही बास्केटबॉल खेलती हैं। इसलिए उसने अपनी मेहनत से इस खेल में नेशनल तक जाने में कामयाबी हासिल की है। आज वह खुश है कि उनकी बेटी 12वीं कक्षा में एक बेहतर अंकों के साथ पास हुई हैं।
सीबीएसई बोर्ड 12वीं का रिजल्ट रहा 87.98 प्रतिशत
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार दोपहर 11.15 बजे 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार सीबीएसई का परीक्षा परिणाम 87.98 प्रतिशत रहा। इसमें दिल्ली का वेस्ट रीजन पांचवें तो ईस्ट रीजन छठे स्थान पर रहा। वेस्ट रीजन का रिजल्ट 95.64 प्रतिशत और 94.51 प्रतिशत रहा है।
वर्ष 2024 की 12वीं की परीक्षा में शामिल होने के लिए सीबीएसई बोर्ड में दिल्ली से दो लाख 97 हजार 520 छात्र छात्राओं ने पंजीकरण कराया था। इनमें से दो लाख 95 हजार 792 छात्र छात्राओं ने परीक्षा दी थी, जिसमें दो लाख 80 हजार 925 छात्र छात्र परीक्षा में पास हुए। बता दें कि दिल्ली में सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त दो हजार से अधिक निजी स्कूल हैं। दरअसल सीबीएसई ने 12वीं की परीक्षाओं का आयोजन 15 फरवरी से 2 अप्रैल तक किया था, जिसमें 18,441 स्कूल शामिल हुए थे। इन स्कूलों के लिए 7,126 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। सीबीएसई की परीक्षा में शामिल होने के लिए 16 लाख 33 हजार 730 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें 16 लाख 21 हजार 276 छात्र परीक्षा में बैठे। वहीं 14 लाख 26 हजार 420 छात्र परीक्षा में पास हुए हैं। इससे पहले सीबीएसई बोर्ड ने सोशल मीडिया और सूचना के अन्य माध्यमों पर सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर जारी हो रही प्रतिदिन की नई-नई तारीखों के लिए लोगों को सचेत करते हुए जानकारी दी थी।
सीबीएसई बोर्ड 12वीं का रिजल्ट रहा 93.12 प्रतिशत
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार दोपहर डेढ़ बजे 10वीं की परीक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया है। इस बार सीबीएसई का परीक्षा परिणाम 93.12 प्रतिशत रहा। इसमें दिल्ली रीजन का परीक्षा परिणाम 94.35 प्रतिशत रहा है। वहीं, दिल्ली ईस्ट रीजन सातवें तो वेस्ट रीजन आठवें स्थान पर रहा है। इसमें ईस्ट रीजन का रिजल्ट 94.45 प्रतिशत और वेस्ट रीजन का प्रतिशत 94.18 रहा। दरअसल, वर्ष 2024 की 10वीं की परीक्षा में शामिल होने के लिए दिल्ली रीजन से सीबीएसई बोर्ड में तीन लाख 18 हजार 156 छात्रों ने पंजीकरण कराया था। इनमें से तीन लाख 16 हजार 535 छात्र छात्रों ने परीक्षा दी थी। वहीं, दो लाख 98 हजार 649 छात्र परीक्षा में पास हुए हैं। बता दें, दिल्ली में सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त दो हजार से अधिक निजी स्कूल हैं।