देहरादून। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों को तय समय पर पूरा किया जाए। निर्माण कार्यों में देरी पर संबंधित कार्यदायी संस्था के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। विभागीय अधिकारी निर्माण कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग के साथ ही विभाग को आवंटित बजट को तय समय पर खर्च करें।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सभागार में चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने विभाग के अंतर्गत राज्य सैक्टर के तहत चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी विभागीय अधिकारियों से ली। डॉ. रावत ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए वह विभाग के अंतर्गत निर्माणाधीन कार्यों की लगातार मॉनिटिरिंग कर तय समय पर निर्माण कार्यों को पूरा कराएं। साथ ही कार्यदायी संस्थाओं को गुणवत्ता के साथ समय पर कार्य पूर्ण करने को कहा। डॉ. रावत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में राज्य सैक्टर के तहत विभाग में कई निर्माण कार्य चल रहे हैं। जिसमें ग्रामीण निर्माण विभाग के पास 13 विभिन्न निर्माण कार्य, ब्रिडकुल 6, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के पास 7, पेयजल निगम 9, कृषि उत्पदान एवं विपणन परिषद तथा सिंचाई विभाग के पास 6-6 और हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण एवं कुमाऊं मंडल विकास निगम को 1-1 निर्माण कार्य दिये गये हैं। जिसके लिए राज्य सरकार ने अब तक विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं को अनुबंध के अनुरूप अनुमन्य धनराशि अवमुक्त कर दी है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों को यदि तय समय पर पूरा नहीं किया जाएगा तो संबंधित कार्यदायी संस्था के खिलाफ ठोस कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। बैठक में सचिव स्वास्थ्य डॉ. राजेश कुमार, अपर सचिव नमामी बंसल, संयुक्त सचिव एमएस चौहान, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा, अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. भागीरथी जंगपांगी, डॉ. मीतू साह, अधिशासी अभियंता स्वास्थ्य विभाग बीएन पाण्डे, मुख्य महाप्रबंधक पेयजल निगम कपिल सिंह, सहायक अभियंता परियोजना खंड सिंचाई विभाग आरके अग्रवाल, राजीव सोनी, सहायक अभियंता उत्तर प्रदेश निर्माण निमग एनएन बड़थ्वाल सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।