देहरादून। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत समग्र शिक्षा तथा एससीईआरटी की ओर से प्रदेश के ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों का बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान विषय पर दो चरणों में 22 एवं 23 अगस्त तथा 24 एवं 25 अगस्त को अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। अभिमुखीकरण कार्यशाला में निपुण भारत कार्यक्रम का परिचय, निपुण डैशबोर्ड का परिचय, राज्य की ओर से एफएलएन के अंतर्गत किए जा रहे कार्य, प्रोग्राम एप्रोच और डिजाईन, मॉनिटरिंग और मेण्टोरिंग, प्रगति एप. शिक्षक प्रशिक्षण का कार्यक्रम आदि विषयों पर अभिमुखीकरण किया गया। कार्यशाला में खंड शिक्षा अधिकारियों की ओर से उनके विकासखंडों में बच्चों के बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान में वृद्धि के लिए किए जा रहे प्रयासों को साझा किया गया। कार्यशाला में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा बंशीधर तिवारी ने अवगत कराया कि वर्ष 2026-27 तक शत प्रतिशत बच्चों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षा अधिकारियों को जनसहभागिता भी प्राप्त करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को एक मिशन के रूप में संचालित करने के लिए जनसामान्य को इससे जोड़ा जाना आवश्यक है। बुनियानी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में वृद्धि के लिए शिक्षकों को सेवारत प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण को शिक्षकों के द्वारा कक्षा-कक्ष में कियान्वित किया जाना आवश्यक है। शिक्षा अधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा विद्यालयों में कार्यक्रम के नियमित अनुश्रवण करने को कहा गया। अनुश्रवण के दौरान शिक्षकों को अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित किए जाने के निर्देश दिए गए। कार्यशाला में निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा आरके उनियाल, अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती, अपर निदेशक एससीईआरटी अजय नौडियाल ने भी कार्यशाला में अपने विचार रखे। कार्यशाला में सहयोगी संस्था रूम टू रीड, संपर्क फाउंडेशन तथा अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन ने भी प्रतिभाग किया।
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