देहरादून। कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा आपदा के चलते सामान्य स्थिति होने तक स्थगित कर दी गई है। राहुल गांधी के दिशा निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करण माहरा न यात्रा स्थगित करने का एलान किया है। यात्रा सीतापुर तक पहुंच गई थी और शुक्रवार को सीतापुर से आगे रवाना होनी थी। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने इसकी पुष्टि की है। सामान्य स्थिति होने के बाद कांग्रेस फिर से सीतापुर से आगे की यात्रा शुरू करेगी।पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोनप्रयाग में आपदा से हुए नुकसान को देखते हुए यात्रा में आगे जाने का कार्यक्रम पहले ही स्थगित कर दिया। कहा कि केदारनाथ क्षेत्र में भयंकर आपदा आई है। बड़ी संख्या में यात्री फंसे हैं। उनका बचाव कार्य चल रहा है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि राज्य की संपूर्ण शक्ति लगाकर बचाव कार्य करें।
इधर भाजपा ने कांग्रेस की केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा को सैर सपाटे वाली यात्रा बताया। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल ने कहा निश्चित रूप से कांग्रेस यात्रा पर नहीं बल्कि सैर सपाटे पर निकली थी। कांग्रेस जन यात्रा के दौरान बड़े-बड़े होटलों के स्वीमिंग पूलों में स्नान करते हुए नजर आए। कांग्रेस के नेता भगवान का नाम लेकर यात्रा के नाम पर आनंद ले रहे थे। वैसे भी पहले ही पूरे विश्व भर में भगवान केदार का ज्योतिर्लिंग है। उसके बाद भी कांग्रेस पार्टी केदारनाथ की प्रतिष्ठा बचाने के शब्द का प्रयोग कर रही थी।
कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने यात्रा पर की गई टिप्पणी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा भाजपा ने यात्रा में कभी हिस्सा नहीं लिया इसलिए भाजपा के लोगों को यात्रा का महत्व नहीं पता है। उन्होंने कहा देश की आजादी के लिए महात्मा गांधी ने सबसे बड़ी यात्रा की। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश में एकजुटता का संदेश देने के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की। अब उत्तराखंड पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में केदारनाथ प्रतिष्ठा पदयात्रा निकाली। उन्होंने कहा भाजपा के कृत्यों की वजह से केदारनाथ घाटी में आपदा आई, जिसे पूरे देश की जनता भुगत रही है। केदारनाथ धाम में कथित तौर पर सोने की चोरी का दंड सबको भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा आपदा को देखते हुए कांग्रेस पार्टी की यात्रा स्थगित करनी पड़ी है। उन्होंने कहा आने वाले समय में यात्रा फिर से आरंभ होगी। केदारनाथ धाम में जलाभिषेक और पूजा अर्चना के साथ ही यात्रा का समापन होगा।